जौनपुर। सूदखोरों के आतंक के चलते एक युवक अपना पूरा परिवार छोड़कर एक पखवारे से भूमिगत (absconding) हो गया है। घर का मुखिया लापता होने के चलते उसके बीबी, बच्चे जहां किसी अनहोनी की घटना होने को लेकर सशंकित हैं, वही पूरा परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गया है। उधर पीड़ित परिवार न्याय के पाने के लिए स्थानीय पुलिस से लेकर एडीजी वाराणसी, आईजी वाराणसी और जिलाधिकारी से गुहार लगायी। इसके बाद भी उसका मुकदमा नही लिखा गया।
पीड़ित महिला का आरोप है कि पुलिस उससे सूदखोरी वाला आरोप हटाकर दूसरा प्रार्थना पत्र देने पर कार्रवाई करने की बात कह रही है। जबकि सूदखोर द्वारा उसके घर पर जाकर सूद सहित रूपये मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर कई दिनों से वायरल हो रहा है। यह वीडियो पीड़ित के परिवार द्वारा उच्चाधिकारियों को भी भेजा गया है।
जिले के केराकत थाना क्षेत्र के अजोरपुर गांव के निवासी गीता ने बीते दो जून को जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी थी। आरोप है कि इसी थाना क्षेत्र के गंगौली गांव के निवासी राजेश पुत्र राम अधार से मेरे पति अकरम ने पचास हजार रूपये दस प्रतिशत सूद पर लिया था। राजेश ने सूद जोड़कर चार लाख रूपये जोड़ लिया। पैसा न देने पर 17 फरवरी 2021 को जबरदस्ती हमारी पूरी जमीन का रजिस्ट्री करा लिया। उसके बाद भी एक लाख रूपये और मांग रहे हैं। सूदखोर के दबाव चलते मेरे पति बीते 21 मई 2022 को घर छोड़कर लापता हो गये हैं।
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए सीओ केराकत को पूरे मामले की जांच करके आवश्यक कार्रवाई का आदेश दिया था तथा फोन से वार्ता भी किया था। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक से मिलने आयी पीड़ित महिला का कहना है कि डीएम के आदेश के बाद सीओ ने सूदखोर को बुलाकर उसका पक्ष जाना था। लेकिन वह बार बार अपना बयान बदल रहा था। जिससे सीओ ने उसे कड़ी फटकार लगाते हुए पुनः पूरे साक्ष्य के साथ आने को कहा था।
लेकिन वह वापस नही लौटा तो सीओ ने छह जून को केराकत कोतवाल को आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है। इसके बाद भी हम छह और सात जून को कोतवाली गये लेकिन अभी तक मुकदमा नही लिखा गया। वहां पर तैनात पुलिस कर्मी ने मुझे सूद पर पैसा लेने वाली बात को हटाकर दूसरी तहरीर मांग रहे हैं।