सूर्य ना केवल इस जीव-जगत का आधार है बल्कि ज्योतिष का भी प्रमुख ग्रह है। सूर्य का कुंडली में बलवती होना अथवा हाथ में सूर्य पर्वत का पुष्ट होना दोनों ही जीवन में पद, प्रतिष्टा, सुख-समृद्धि दिलाने का संकेत है।
यदि कुंडली में सूर्य अच्छी स्थिति में है तो सरकारी नौकरी का रास्ता खुलता है। कुंडली में दसवां भाग व्यक्ति की आजीविका या कॅरियर को दिखाता है। सूर्य के शुभ होने पर सरकारी नौकरी की संभावनाएं प्रबल हो जाती हैं। जानिए कुंडली में किन स्थितियों में सूर्य अच्छा फल प्रदान करता है। ।
-यदि कुंडली में सूर्य बलि है और दशम भाव में बैठा है अथवा इस भाव पर सूर्य की दृष्टि पड़ रही है तो सरकारी नौकरी मिलने की संभावन प्रबल रहती है।
-यदि कुंडली में सूर्य और शनि एकसाथ शुभ स्थानों में विद्यमान रहें अथवा शनि पर सूर्य की दृष्टि पड़ रही हो तो भी सरकारी नौकरी का योग बनता है।
-सूर्य बलि होकर यदि कुंडली के छठे भाव में रहे तो भी सरकारी नौकरी मिलना पक्का है।
-कुंडली के बारहवें भाव में सूर्य हो तो भी सरकारी नौकरी की प्रबल संभावनाएं रहती हैं।
-अगर सिंह या मेष राशि में सूर्य हो और किसी पाप ग्रह से पीड़ित ना हो तो यह योग भी सरकारी नौकरी दिलाता है।
-सिंह राशि में शनि हों और सूर्य ठीक स्थिति में हो तो भी सरकारी नौकरी पक्की है।
-सूर्य और बृहस्पति को शुभ भावों में होकर सम सप्तक होना भी सरकारी नौकरी की संभावनाएं बढ़ाता है।
-यदि सूर्य कमजोर है तो आदित्य हृदय स्तोत्र का नित्य पाठ करने से लाभ होता है। ऐसी स्थिति में सूर्य को रोज जल अर्पित करना चाहिए।