सिद्धार्थनगर। शुक्रवार को युवक मंगल दल ग्राम पंचायत खलीलपुर द्वारा पराली न जलाने के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाकर किसानों को पराली को मिट्टी में ही दबाने के लिये जागरूक किया और पराली जलाने से हो रहे हानि के बारे में किसानों को बताया, उनसे आग्रह करते हुये मंगल दल ने कहा कि पराली ना जलाएं जिससे मृदा और वायु प्रदूषण से बचा जा सके
पराली जलाने से हवा प्रदूषित होती है, क्योंकि इसके जलने से मिथेन,कार्बन डाई ऑक्साइड,सल्फर डाई आक्साइड, पर्टिकुलेट् मैटर आदि का उत्सर्जन होता है।इससे जहां एक ओर धुंध छाना, अम्लीय वर्षा, वायुमंडल के गर्म होने की समस्याएं आती हैं वहीं हवाओं के प्रदूषित होने से अस्थमा, खांसी, निमोनिया,दिल की बीमारी , कैंसर आदि की समस्या होती है ।
पराली जलाने से मिट्टी की उर्वरता भी नष्ट होती है। मिट्टी में उपस्थित नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटैशियम, सल्फर आदि नष्ट हो जाते हैं। मृदा को उपजाऊ बनने में ,मिट्टी में दबाने से कार्बनिक खाद बन जाती है। पराली को काटकर गड्ढे में भर दिया जाय फिर इसमें गुड़,चीनी,यूरिया और गोबर का घोल डाल देने से यह कार्बनिक खाद के रूप में बदल जाती है।इसका उपयोग अगले फसल के लिए किया जा सकता है।
युवक मंगल दल ग्राम पंचायत खलीलपुर के इस जागरूकता अभियान में युवक मंगल दल ग्रामपंचायत खलीलपुर के अध्यक्ष रोहित कुमार कसौधन, अनुराग यादव, जावेद, मेहंदी हसन, मोहन कुमार, नवीन, रजत, योगेश, किसान हरिलाल योगेंद्र जगमोहन, शिवांशु आदि लोग मौजूद रहे।