ढाका। बांग्लादेश में पूर्व पीएम के देश छोड़ने के बाद भी उनके करीबियों पर सख्ती जारी है। इस बीच, अंतरिम सरकार (Yunus Government) के आदेश के बाद भारत में सेवारत दो बांग्लादेशी राजनयिकों को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया।
कार्यकाल से पहले मांगा इस्तीफा
नई दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग में प्रथम सचिव (प्रेस) के रूप में सेवारत शबन महमूद को उनके अनुबंध की अवधि खत्म होने से पहले इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। इसी तरह, कोलकाता में बांग्लादेशी वाणिज्य दूतावास में इसी पद पर सेवारत रंजन सेन को भी उनके कर्तव्यों से बर्खास्त कर दिया गया।
हसीना के भारत भागने के बावजूद यूनुस (Yunus) ने कहा कि उनकी सरकार सभी के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना जारी रखेगी। इस महीने की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दिए अपने संदेश में यूनुस ने बांग्लादेश के पुनर्निर्माण और पूरी तरह कार्यात्मक लोकतंत्र में परिवर्तन के लिए लगातार समर्थन का आह्वान किया।
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उन्होंने राजनयिकों को आश्वासन दिया कि बांग्लादेश बहुपक्षवाद के समर्थक के रूप में अपनी भूमिका बनाए रखेगा, जिसमें संयुक्त राष्ट्र उसकी विदेश नीति के केंद्र में होगा।