उप्र की औद्योगिक नगरी कानपुर में दीपावली के दिन ‘जीका वायरस का विस्फोट’ हुआ है। यहां 24 घंटे में एक साथ 56 लोगों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। एक साथ आधा सैकड़ा से अधिक जीका वायरस के केस मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया।
नगर में कुल संक्रमितों का आकंड़ा 92 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संक्रमितों को फोन कर घर में रहने की नसीहत देने के साथ ही सावधानी रखने की सलाह दी है। इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन ने इसके लिए बैठक बुलाई है।
जिले में जीका वायरस के नए मामले आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अलर्ट हैं। इसकी सूचना मिलते ही आनन-फानन में सर्विलांस टीम भी सक्रिय किया गया है। नए संक्रमितों को फोन कर होम आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। साथ ही सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में इलाज किया जाएगा। 56 नए संक्रमितों में 21 महिलाएं और 35 पुरुष हैं।
जीका वायरस में प्रभावित होने वालों में बच्चे, युवा और बुजुर्ग समेत हर उम्र के लोग शामिल हैं। शहर में अब तक मरीजों की संख्या 92 पहुंच गई है। ज्यादातर मरीज हरजेंद्र नगर और एयरफोर्स कैम्पस के हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित आदर्श नगर मोहल्ला है, जहां से सबसे ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। पोखरपुर से चार पॉजिटिव मिले हैं। वहीं लालकुर्ती से एक, मोतीनगर से एक, अशरफाबाद से एक, कृष्णा नगर, हरजेंद्र नगर से भी नए संक्रमित पाए गए हैं।
प्रशासन ने जनता से मांगा सहयोग
जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने कहा कि गुरुवार को आई रिपोर्ट में शहर के 56 लोगों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। लोगों को मच्छरों से बचने की सलाह दी गई है। मच्छरों के स्रोत को खत्म करने में आम जनता से सहयोग मांगा गया है।
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जिला प्रशासनिक अफसरों ने बुलाई बैठक
बता दें कि, जिले में 03 नवम्बर को 25 मरीजों में जीका वायरस की पुष्टि हुई थी। इससे पहले जीका के 11 मरीज मिले थे। बुधवार तक कुल संख्या 36 मरीजों में जीका वायरस के केस सामने आ चुके थे। इसके बाद गुरुवार को 56 मरीज मिलने के बाद संक्रमितों की संख्या 92 पहुंच गई है। फिलहाल जीका वायरस के मामले बढ़ने के बाद जिलाधिकारी ने सीएमओ समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई है। जिले में जीका वायरस का पहला मामला पिछले महीने सामने आया था और उसके बाद लगातार मामलों में इजाफा हो रहा है।