उत्तर प्रदेश में कानपुर और कन्नौज के बाद राजधानी लखनऊ में भी जीका वायरस के संक्रमण की दस्तक के बाद सरकार ने इसे रोकने के लिये मुस्तैदी दिखाते हुये अस्पतालों में 10-10 बेड के जीका वार्ड बनाने और एक हेल्पलाइन जारी करने का फैसला किया है।
उल्लेखनीय है कि लखनऊ में अब तक तीन मरीजों में जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इसके बाद जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने स्वास्थ्य विभाग को यहां स्थित आठ अस्पतालों में जीका वार्ड बनाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा रोगियों के संपर्क में आए लोगों की पहचान, निगरानी और देखभाल के लिए 500 विशेष निगरानी दल गठित किये हैं। यह टीमें रोगियों के घर जाकर उन्हें दवा देने, निगरानी रखने और लोगों को जागरूक करेंगी।
लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल के अनुसार डफरिन, बलरामपुर, लोकबंधु, रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल, सिविल अस्पताल, भाऊराव देवरस अस्पताल, ठाकुर गंज टीबी अस्पताल और सीतापुर रोड स्थित राम सागर मिश्र अस्पताल में जीका वार्ड बनाने जा रहे हैं। इसके अलावा लोहिया, केजीएमयू और एसजीपीजीआइ में जीका संक्रमण के गंभीर मरीज भर्ती होंगे।
उन्होंने बताया कि काेरोना कंटेनमेंट जोन की तर्ज पर संक्रमित के घर से 400 मीटर के दायरे में बैरिकेडिंग लगाकर कंटेनमेंट जोन बनाया जायेगा। इसके अतिरिक्त प्रत्येक सीएचसी से 25-25 टीमें स्थानीय लोगों के घर जा कर रोगियों की निगरानी और सर्वेक्षण करेंगी। सीएचसी पर दो-दो बेड के वार्ड भी बनेंगे।
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इसके अलावा हवाईअड्डे, रेलवे स्टेशन और बस अड्डाें पर भी ज़ीका प्रभावित जनपदों, राज्यों या विदेश से आने वाले यात्रियों की सूची तैयार करने प्रभारी नियुक्त किये गये हैं। हवाईअड्डे पर दो नगर मजिस्ट्रेट भी रहेंगे।
0522-4523000 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके ले सकेंगे। रोगियों को 15 दिन तक होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। उनके घर के पास बैरिकेडिंग भी होगी। ज़ीका कंटेनमेंट जोन में 100 सर्विलांस टीमें सुबह 8 बजे से शाम 4:30 बजे तक फील्ड में रहेंगी। क्षेत्रों में फॉगिंग एंटीलार्वा छि़ड़काव के साथ समस्त निगरानी समितियों को सक्रिय करने का निर्देश भी दिया गया है। होर्डिंग पैम्फलेट के जरिये लोगों को जागरूक करने का निर्देश भी दिया गया है।