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जुकरबर्ग का एंड-टू-एंड न्यूरल मॉडल वॉइस असिस्टेंस AI प्रोजेक्ट में शामिल

Zuckerberg

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नई दिल्ली| मार्क जुकरबर्ग (Zuckerberg) ने एक पुराना रिकॉर्डेड डेमो क्लिप दिखाया जिसमें (VR) अवतार से एक सी बीच का सीन, क्लाउड्स, आईलैंड, ट्री, एक पिकनिक ब्लैंकेट 3D में दिख रहा है।

मार्क जुकरबर्ग (Zuckerberg) ने एक पुराना रिकॉर्डेड डेमो क्लिप दिखाया जिसमें (VR) अवतार से एक सी बीच का सीन, क्लाउड्स, आईलैंड, ट्री, एक पिकनिक ब्लैंकेट 3D में दिख रहा है।

मेटा ने एक अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बेस्ड ट्रांसलेशन सिस्टम बनाने की घोषणा की है, जो स्पीच ट्रांसलेशन पर काम रहा है जिसे मेटावर्स बनाने की कोशिश का कदम माना जा रहा है। जुकरबर्ग (Zuckerberg) ने कहा कि यूनिवर्सल स्पीच ट्रांसलेटर की मदद से सभी लैंग्वेज में तुरंत स्पीच-टू-स्पीच ट्रांसलेट हो जाएगा। इसमें वे भाषाएं भी शामिल हैं जो ज्यादातर बोली जाती हैं।

जुकरबर्ग (Zuckerberg) के मुताबिक पांच साल पहले दर्जन भर भाषाओं में ट्रांसलेशन होता था। तीन साल पहले 30 भाषाओं तक थे और इस साल सैकड़ों भाषाओं को ट्रांसलेट करने का लक्ष्य बना रहे हैं। कंपनी ‘नो लैंग्वेज लेफ्ट बिहाइंड’ नामक एक नया AI मॉडल भी बना रही है जो मौजूदा मॉडलों की तुलना में यूजर्स को कम ट्रेनिंग में भी डेटा के साथ नई भाषाएं सीखा सकता है और इसका इस्तेमाल सैकड़ों भाषाओं में एक्सपर्ट क्वालिटी ट्रांसलेशन से भी किया जा सकता है।

इवेंट में, जुकरबर्ग (Zuckerberg) ने बताया कि वे नई पीढ़ी को स्मार्ट असिस्टेंट बनाने के लिए (AI )रिसर्च पर भी काम कर रहे हैं। जो लोगों को वर्चुअल वर्ल्ड के साथ फिजिकल वर्ल्ड को अग्मेंटेड रियलिटी (AR) के साथ नेविगेट करने में मदद करेगा। क्योंकि ये दुनिया बदलती रहेगी इसलिए इंसान किस तरह काम करते हैं उसे (AI )को अभी ज्यादा समझने और सीखने की जरूरत है।

जुकरबर्ग (Zuckerberg) ने कहा कि जब हम चश्मा पहनेंगे तो यह पहली बार होगा जब कोई (AI ) सिस्टम रियल वर्ल्ड दुनिया को हमारे नजरिए से दिखाएगा। मेटावर्स की मदद हम जो देखते वैसा ही देखने, जो हम सुनते हैं वैसा सुनने और बहुत कुछ रियल की तरह लगेगा। उन्हें उम्मीद है कि यह काम(AI )को मजबूत करने में मदद करेगा। जिससे वर्चुअल से फिजिकल वर्ल्ड में पहुंचने में मदद मिलेगी।

मेटा ने प्रोजेक्ट कैराओके नाम की एक नई पहल की भी घोषणा की है, जो ऑन-डिवाइस असिस्टेंट को बनाने के लिए एक एंड-टू-एंड न्यूरल मॉडल है, जो लोगों को वॉइस असिस्टेंस के साथ ज्यादा नेचुरल बातचीत करता है। प्रोजेक्ट कैराओके के साथ बनाए गए मॉडल के साथ, लोग सामने वाले से नेचुरल रूप से बात कर पाएंगे, साथ ही जो चीजें समझ से बाहर हो उन विषयों को पूरी तरह से बदल सकते हैं या उन चीजों को बता सकते हैं, जिसके बाद ये कठिन कॉन्टेक्स्ट को समझने में मदद करेगी। साथ इशारों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

मेटा ने कहा कि उसके वीडियो कॉलिंग डिवाइस पोर्टल में एक प्रोजेक्ट कैराओके-बेस्ड असिस्टेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है और जो भविष्य में असिस्टेंट के साथ इमर्सिव, मल्टी मॉडल इंटरैक्शन को इनेबल करने में मदद करेगा। इसके अलावा, जुकरबर्ग ने ‘बिल्डर बॉट’ नामक एक नए (AI )कॉन्सेप्ट को भी दिखाया, जो लोगों को कुछ वॉयस कमांड के साथ एक वर्चुअल वर्ल्ड दिखाती है।

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