नई दिल्ली. देश में बच्चों के लिए भी कोरोना टीका मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। अहमदाबाद की कंपनी जायडस कैडिला यह टीका (जायकोव-डी) बना रही है। इसे आपात इस्तेमाल की जल्द मंजूरी मिलने की संभावना है। खबरों के मुताबिक कंपनी भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को इसी सप्ताह टीके के परीक्षण की अतिरिक्त जानकारी सौंपने वाली है।
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कंपनी ने 12 से 18 साल के बच्चों पर इस टीके के तीनों परीक्षण पूरे कर लिए हैं। पिछले दिनों डीसीजीआई ने कंपनी से इस संबंध अतिरिक्त डाटा मांगा था। अगर यह संतोषजनक पाया गया तो टीके को आपात इस्तेमाल की अंतिम मंजूरी अगस्त में दी जा सकती है। सितंबर-अक्टूबर में यह टीका बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद है। कंपनी ने एक जुलाई को इस टीके के आपात उपयोग की मंजूरी का आवेदन दिया था।
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दुनिया का पहला प्लास्मिड टीका
जायकोव-डी दुनिया पहला प्लास्मिड डीएनए आधारित टीका है। मंजूरी मिलने पर यह भारत बायाेटेक के काेवैक्सिन के बाद दूसरा स्वदेशी टीका होगा। कोरोना से बचाव के लिए इसकी तीन खुराकें 12 से 18 साल के बच्चों काे लगाई जाएंगी।