• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

खुदरा कर्ज की रफ्तार एक दशक के निचले स्तर पर

Desk by Desk
06/11/2020
in ख़ास खबर, राष्ट्रीय
0
home loan

सस्ता कर्ज

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। बैंकों का कारोबार कर्ज की रफ्तार पर निर्भर करता है और इसमें भी खुदरा कर्ज उनके लिए बेहद अहम होता है। लेकिन कोरोना संकट ने बैंकों के खुदरा कर्ज कारोबार को बड़ा झटका दिया है। इस साल सितंबर में बैंकों का खुदरा कारोबार 9.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा है। बैंकों के खुदरा कारोबार की यह वृद्धि दर एक दशक से भी अधिक समय का सबसे निचला स्तर है।

उपभोक्ता त्योहारों के अवसर पर उपभोक्ता उत्पाद या घर के अन्य समान के लिए कर्ज लेते हैं। इस साल सितंबर से ही त्योहारों की शुरुआत हो गई है। लेकिन इसके बावजूद सितंबर में खुदरा कर्ज की रफ्तार महज 9.17 फीसदी रही। वहीं बैंकों का कुल कर्ज कारोबार की रफ्तार महज 5.77 फीसदी ही रही। पिछले एक दशक में यह पहला मौका है जब खुदरा कर्ज कारोबार 10 फीसदी से नीचे रहा। वर्ष 2010 के अगस्त में खुदरा कारोबार 8.76 फीसदी रहा था। उस समय वैश्विक आर्थिक मंदी का दौर था।

आरआईएल ने कहा- संस्थाओं को प्रतिबंधित करने के सेबी के आदेश के खिलाफ दायर की याचिका

खुदरा कर्ज कारोबार में इस साल फरवरी से ही गिरावट जारी है। लॉकडाउन खुलने के बाद कई क्षेत्रों में सुधार के संकेत दिखे हैं। लेकिन खुदरा कर्ज कारोबार में चुनौतियां कायम हैं। अप्रैल और मई में खुदरा कर्ज की रफ्तार क्रमशः 12.06 फीसदी और 10.59 फीसदी रही थी। सितंबर के खुदरा कर्ज के आंकड़ों के मुकाबले भी अप्रैल-मई के आंकड़ें बेहतर थे। इतना ही नहीं मार्च अंत और सितंबर अंत में खुदरा कर्ज में महज 18060 करोड़ रुपये यानी 0.71 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया।

विशेषज्ञों का कहना है कि बैंकों के खुदरा कर्ज कारोबार के घटने के दो कारण हैं। इसमें पहला यह कि बैंक कोरोना संकट के दौर में बेहद सावधानी से कर्ज बांट रहे हैं। वह कर्ज देने के पहले यह आकलन कर रहे हैं कि कर्ज लेने वाला उसे वापस कर पाएगा या नहीं। वहीं उपभोक्ता भी वेतन कटौती और नौकरी जाने का आशंका बढ़ने की वजह से नए कर्ज से दूरी बनाए हुए हैं।

Tags: bankcheap loancoronahome loanloanlockdownRetail Loanकर्जकोरोनाखुदरा कर्जबैंकलॉकडाउनसस्ता कर्जहोम लोन
Previous Post

आरआईएल ने कहा- संस्थाओं को प्रतिबंधित करने के सेबी के आदेश के खिलाफ दायर की याचिका

Next Post

आत्मविश्वास से सराबोर SRH का सामना आक्रामक RCB से

Desk

Desk

Related Posts

CM Yogi addressed a public meeting in Wazirganj.
बिहार

लालू यादव के शासन में 60 से अधिक जातीय नरसंहार और 30 हजार से अधिक अपहरण हुएः योगी

05/11/2025
CM Vishnudev
Main Slider

छत्तीसगढ़ अब सिर्फ अन्नदाता नहीं, बल्कि पोषण और नवाचार का बन रहा है वैश्विक ब्रांड: CM विष्णुदेव

05/11/2025
Juvenile Home
Main Slider

दरभंगा के बालसुधार गृह से 12 बाल कैदी फरार, मचा हड़कंप

05/11/2025
CM Bhajanlal Sharma
राजनीति

गुरुनानक देव जी ने सभी को समान माना: मुख्यमंत्री शर्मा

05/11/2025
Gangotri Enclave residents overwhelmed by Savin Bansal's generosity
राजनीति

जिलाधिकारी सविन बंसल की उदारता भाव पर गदगद हुए गंगोत्री एनक्लेव वासी

05/11/2025
Next Post
RCB vs SRH Eliminator Match

आत्मविश्वास से सराबोर SRH का सामना आक्रामक RCB से

यह भी पढ़ें

allahabaad university

फेल होने से नाराज छात्रों ने मार्कशीट की कॉपियां जलाई

11/11/2020
Dead Body

संदिग्ध परिस्थितियों में हुई महिला की मौत, पति और सौतन पर लगा आरोप

01/08/2021
सचिन तिवारी फिल्म

सचिन तिवारी बोले – उम्मीद है उनके फैन्स को निराश नहीं करूं

28/07/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version