लखनऊ। राज्य सरकार प्रदेश में पौधरोपण को बढ़ावा देने के साथ बागवानी से जुड़े किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगी। इसके लिए उसने मनरेगा योजना (MNREGA Scheme) से 150 हाईटेक नर्सरी (Nursery) बनाने की योजना तैयार की है। ग्राम्य विकास विभाग को 100 दिनों में नर्सरी (पौधशालाएं) स्थापित करने का प्रस्ताव बना लेने के लिए कहा है।
सरकार की योजना इन पौधशालाओं में 22 करोड़ 50 लाख से अधिक पौधों को रोपित करने की है। प्रत्येक नर्सरी में 15 लाख पौधे रोपे जाएंगे। नर्सरी में रोपित फल, फूल और सब्जी के अच्छी गुणवत्ता के पौधे किसानों की आय के बड़े श्रोत बनेंगे।
अपने दूसरे कार्यकाल में योगी सरकार नर्सरी (पौधशाला) सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए तेजी से काम कर रही है। योजना से पौधशालाओं से जुड़े किसानों के दिन बहुरेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत बनेगी। प्रत्येक जनपद में 02 पौधशालाएं बनाई जाएंगी। इनमें किसानों को फूल और फल के साथ सर्पगंधा, अश्रवगंधा, ब्राह्मी, कालमेघ, कौंच, सतावरी, तुलसी, एलोवेरा जैसे औषधीय पौधों को रोपने के लिए जागरूक किया जाएगा।
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किसानों को कम लागत से अधिक फायदा दिलाने के लिए पौधरोपण की नई तकनीक से जोड़ा जाएगा। योजना से पौधों की नर्सरी स्थापित कर लोगों को खुद का रोजगार स्थापित करने के बड़े अवसर मिलेंगे। पौधरोपण के लिए किसानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेंगे।
बता दें कि सरकार की मंशा किसानों की आय बढ़ाने के साथ उनको अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने की है। राज्य में हरियाली बढ़े, पर्यावरण को फायदा हो, पेड़-पौधों के प्रति लोगों में लगाव बढ़े इसके लिए सरकार ने बड़े प्रयास शुरू किए हैं।