लखनऊ। यूक्रेन (Ukraine) में फंसे उत्तर प्रदेश के कुल 1279 छात्र-छात्राओं (students) को सुरक्षित भारत लाने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। इन छात्र-छात्राओं में से 161 छात्र-छात्राओं की घर वापसी भी करा दी गई है। बचे हुए 1118 छात्र-छात्राओं को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है और उनके घर वापसी की प्रक्रिया को तेजी से की जा रही है। ऐसी विषम परिस्थितियों में देश के विभिन्न प्रदेशों के साथ-साथ यूपी के छात्र-छात्राओं को सुरक्षित लाने के लिए केन्द्र सरकार ने अपने चार मंत्रियों को लगाया है। यह मंत्री देशों में भी कैंप कर रहे हैं।
इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद को नोडल अधिकारी बना कर यूक्रेन में फंसे लोगों को सकुशल लाने का बीड़ा उठाया था । रणवीर प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया और 1070 नंबर पर 15 लाइन्स की हेल्पलाइन भी शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि इस नंबर पर कोई भी फ़ोन करके अपनी परेशानी बता सकता है जिसे विदेश मंत्रालय को भेज दिया जाता है।
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राहत आयुक्त ने बताया कि बाकी छात्र छात्राओं को रुमानिया , पोलैंड ,हंगरी एंड स्लोवाकिया में रखा गया है जहाँ से विदेश मंत्रालय के माध्यम से उन्हें गंतव्य तक ले जाया जायेगा। इस सम्बन्ध में यू पी सरकार और केंद्र सरकार के बीच अच्छे तालमेल से इन चिन्हित लोगों को सुरक्षित अपने अपने घर लाया जा सकेगा.
इस बीच भारतीय सेना और वायुसेना भी यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित उनके घर वापस पहुंचाने की प्रक्रिया में तेजी से जुटी हुई है। प्रदेश सरकार ने यूपी के सभी 75 जिलों में से 1279 छात्र-छात्राओं के चिन्हित किया था। ये सभी छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे थे। बुधवार तक 161 से अधिक छात्र-छात्राओं को उनके जिलों में सुरक्षित घर पहुंचा दिया गया है। बचे हुए 1118 छात्र-छात्राओं को भी उनके घर वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
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जिन छात्र-छात्राओं की सुरक्षित घर वापसी कराई गई है उनमें सहारनपुर में 58 में से 11, वाराणसी के 21 में से 10, लखनऊ के 64 में से 10, बरेली के 30 में से 8, गोरखपुर में 45 में से 8, बिजनौर में 68 में से 7, कन्नौज में 6 के 6 छात्र-छात्रा शामिल हैं। इसी तरह से मुरादाबाद के 45 में से 9, संभल में 22 में से 7, प्रयागराज में 21 में से 1 छात्र अपने घर पहुंच चुके हैं। कानुपर में 49 में से 3 छात्र, कुशीनगर में 24 में से 2, हरदोई में 23 में से 3, गाजियाबाद में 51 में से 4 छात्रों को, फर्रुखाबाद में 5 में से एक छात्र, आगरा के 39 में से 2, अलीगढ़ के 32 में से एक छात्र को सुरक्षित घर वापस पहुंचा दिया गया है। सरकार का प्रयास प्रत्येक भारतीय नागरिक को ऐसी विषम परिस्थिति में सुरक्षित उनके घर वापस पहुंचाना है। इस काम में केन्द्र के साथ राज्य सरकार भी पूरी ताकत से जुटी हुई है।