नई दिल्ली. अमेरिकी नौसेना ने भारतीय नौसेना को दो MH-60R मल्टी रोल हेलिकॉप्टर्स सौंप दिए हैं। भारतीय नौसेना विदेशी सैन्य बिक्री के तहत अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन से 24 हेलिकॉप्टर खरीद रही है। इन सभी हैलिकॉप्टर्स की कुल कीमत 2.4 अरब डॉलर यानी करीब 1790 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस डील से भारत और अमेरिका की डिफेंस पार्टनरशिप और मजबूत होगी।
@indiannavy accepted the first two of its MH-60R Multi Role Helicopters (MRH) from @USNavy in a ceremony held at Naval Air Station North Island, San Diego on 16 Jul 21. @SpokespersonMoD pic.twitter.com/KTPFaq9L3n
— PRO Shillong, Ministry of Defence (@proshillong) July 17, 2021
बता दें कि भारतीय नौसेना ने 16 जुलाई को सैन डिएगो के नॉर्थ आइलैंड नेवल एयर स्टेशन में आयोजित एक समारोह में अमेरिकी नौसेना से अपने एमएच-60आर मल्टी रोल हेलिकॉप्टर (एमआरएच) के पहले दो हेलिकॉप्टर को स्वीकार किया।
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समारोह में इन हेलीकॉप्टरों का अमेरिकी नौसेना से भारतीय नौसेना में औपचारिक रूप से स्थानांतरण किया गया, जिनको अमेरिका में भारतीय राजदूत महामहिम तरनजीत सिंह संधू ने स्वीकार किया। समारोह में अमेरिकी नौसेना के वाइस एडमिरल केनेथ व्हाइटसेल, कमांडर नेवल एयर फोर्सेज़ और वाइस एडमिरल रवनीत सिंह, नौसेना उप प्रमुख (डीसीएनएस), भारतीय नौसेना के बीच हेलीकॉप्टर दस्तावेजों का आदान-प्रदान भी हुआ।
लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन, यूएसए द्वारा निर्मित एमएच-60आर हेलीकॉप्टर हर मौसम में कारगर एक हेलिकॉप्टर है जो अत्याधुनिक एवियोनिक्स/ सेंसर के साथ कई मिशनों के लिहाज से बनाया गया है। इनमें से 24 हेलीकॉप्टर अमेरिकी सरकार से विदेशी सैन्य बिक्री के तहत खरीदे जा रहे हैं।
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हेलीकॉप्टरों को भारत के अनेक प्रकार के उपकरणों और हथियारों के दृष्टिकोण से संशोधित भी किया जाएगा। इन एमआरएच को शामिल करने से भारतीय नौसेना की त्रिविमीय क्षमताओं में और इजाफा होगा। इन शक्तिशाली हेलीकॉप्टरों पर प्रशिक्षण के लिए भारतीय पायलट दल का पहला जत्था इस समय अमेरिका में है।
MH-60R की खास बात
अमेरिका नौसेना से मिले MH-60R की खास बात यह है कि यह हर मौसम में काम करने में सक्षम है। इन्हें अलग-अलग मिशनों में मोर्चा संभालने के मकसद से बनाया गया है। इन हेलिकॉप्टर को ताकतवर हथियारों से लैस किया गया है। इसे चलाने के लिए भारतीय पायलट का पहला बैच अमेरिका में ट्रेनिंग ले रहा है।
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2020 साल फरवरी में डील मंजूरी हुई थी
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, प्रस्तावित बिक्री भारत को एंटी सर्फेस और एंटी सबमरीन वॉर कैंपेन के लिए मजबूत बनाएगी। भारत की क्षमता कई लेवल पर बढ़ेगी। भारत सरकार ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ऐतिहासिक यात्रा से कुछ हफ्तों पहले फरवरी 2020 में हेलिकॉप्टरों की खरीद को मंजूरी दी थी।