इंफाल। मणिपुर की राजधानी इंफाल में सोमवार को सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने राजभवन ( Raj Bhavan) पर पत्थरबाजी करने की खबरें हैं। इस दौरान सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सुरक्षाकर्मी भागते दिखे। पुलिस और सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड लगाकर रोका। कई राउंड आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट दागे। इसमें 20 स्टूडेंट्स घायल हो गए।
मैतेई समुदाय के ये छात्र मणिपुर में अचानक बढ़ी हिंसक घटनाओं को लेकर 8 सितंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें स्थानीय लोग भी शामिल हैं। रविवार को किशमपट के टिडिम रोड पर 3 किलोमीटर तक मार्च के बाद प्रदर्शनकारी राजभवन ( Raj Bhavan) और CM हाउस तक पहुंच गए। ये गवर्नर और CM को ज्ञापन सौंपना चाहते थे। सोमवार को सुरक्षाबलों ने ज्ञापन सौंपने की मांग पूरी कर दी, इसके बाद भी स्टूडेंट्स सड़क पर प्रदर्शन करते रहे। स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे यहां डटे रहेंगे। इस दौरान उनकी सुरक्षाबलों के साथ झड़प भी हुई।
स्टूडेंट्स 1 और 3 अगस्त को मैतेई इलाकों में हुए ड्रोन हमलों का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने सेंट्रल फोर्सेस पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए उनसे राज्य छोड़कर जाने की मांग की। साथ ही राज्य के 60 में से 50 मैतेई विधायकों से अपना रुख स्पष्ट करने या इस्तीफा देने को कहा।
जब ब्रांड एम्बेसडर मुख्यमंत्री तो क्यों न इतराए टेराकोटा
इन स्टूडेंट्स ने यह भी डिमांड की है कि राज्य में यूनिफाइड कमांड की कमान मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को दी जाए। यानी, सेंट्रल और स्टेट फोर्स की कमान केंद्र की बजाय मुख्यमंत्री के पास हो। ये लोग DGP और सिक्योरिटी एडवाइजर को हटाने की भी मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी की नेता और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत सोमवार को कहा कि पिछले डेढ़ साल से मणिपुर जल रहा है, 11 दिन में 9 लोग मारे गए हैं। ड्रोन से गांव में बम गिराए जा रहे हैं। पूर्व CM के घर पर रॉकेट से हमला हुआ ।सुरक्षाबलों पर हमले हुए। राज्यपाल निवास पर हमला हुआ, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहां हैं?