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बिकरू हत्याकांड का 45वें आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल

देश के चर्चित हत्याकांड बिकरु कांड का 45वां आरोपित मोहन अवस्थी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने उसे रविवार को पनकी क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। मोहन पर आरोप है कि कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे और उसके गुर्गों को भगाने में मदद की थी। आरोपित को पुलिस ने रविवार को विशेष कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

चौबेपुर थाना क्षेत्र में पिछले वर्ष जुलाई माह में घटित घटना बिकरु कांड के आरोपितों को पुलिस बराबर गिरफ्तार कर रही है। इसी क्रम में एक साल बाद फरार चल रहे 45वें आरोपित मोहन अवस्थी को पुलिस ने धर दबोचा। यह वह आरोपित था जिसने कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे व गुर्गे प्रभात और अमर दुबे के भागने में मदद की थी। हालांकि बाद में तीनों पुलिस की मुठभेड़ में मारे गये, लेकिन पुलिस के लूटे हुए असलहे मददगारों के पास रह गये। इसके बाद पुलिस कई मददगारों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन मोहन अवस्थी बराबर फरारी काटता रहा।

पनकी थाना प्रभारी दधिबल तिवारी ने रविवार को बताया कि आठवें मददगार चौबेपुर जरारी गांव निवासी मोहन अवस्थी को भाटिया होटल के पास से गिरफ्तार किया है। मोहन को विशेष कोर्ट में दाखिल कर जेल भेज दिया गया है और बाकी फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।

इस तरह की थी मदद

बिकरू कांड के बाद विकास अपने गुर्गे प्रभात और अमर दुबे के साथ फरार हुआ था। इसमें प्रभात ने शिवली निवासी दोस्त विष्णु कश्यप को फोन करके शिवली नदी पुल के पास कार लेकर बुलाया था। विष्णु अपने दोस्त छोटू की स्विफ्ट कार लेकर कैलई रोड तिराहे पहुंचा था। वहां से सभी लोग विष्णु के बहनोई रामजी के घर रसूलाबाद तुलसीपुर गए थे।

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तीन जुलाई, 2020 की दोपहर अमर को रामजी करियाझाला में संजय परिहार की बगिया ले गया। शाम को विकास और प्रभात को भी वहीं पहुंचाया था। यहां अभिनव तिवारी, अर्पित मिश्रा उर्फ पुत्तू मिश्रा, विक्की यादव, अमन शुक्ला, मोहन अवस्थी आदि मौजूद थे। अमर ने अर्पित से सुरक्षित ठिकाने पहुंचाने के लिए कहा तो वह उसे अपने ट्यूबवेल ले गया था। जहां से उसने मंगलपुर निवासी शुभम पाल से संपर्क किया था।

सात लोग मार्च माह में हुए थे गिरफ्तार

पनकी थाना प्रभारी दधिबल तिवारी ने बताया कि एसटीएफ प्रभारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने 1 मार्च 2021 को गैंगस्टर विकास दुबे को शरण देने वालों और उसके हथियार खरीदने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से सेमी ऑटोमेटिक 30 स्प्रिंगफील्ड रायफल, कार्बाइन के साथ हथियारों और कारतूसों का जखीरा बरामद हुआ था। मामले में जरारी निवासी मोहन अवस्थी भी नामजद आरोपी था, लेकिन वह फरार चल रहा था।

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