जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में “प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना” के तहत अपात्रों की जांच में अब तक 4654 लोगों को चिन्हित किया गया है और उनके खातों में जमा की गई धनराशि की वसूली की जाएगी ।
कृषि विभाग के उपनिदेशक जयप्रकाश ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जारी गाइडलाइन को दरकिनार कर भूमिहीन, सरकारी नौकरी पेशा एवं इनकम टैक्स भरने वालों के साथ ही पति-पत्नी व नाबालिगों के नाम पर भी लाभ लिया जा रहा है। शासन के निर्देश पर हो रही जांच में अब तक जिले में 4654 अपात्र चिह्नित किए जा चुके हैं। इनके वसूली की कार्रवाई की जाएगी।
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उन्होंने कहा कि इस योजना का शुभारंभ 24 फरवरी 2019 को देशभर में समारोह पूर्वक किया गया। योजना के शुरू हुए डेढ़ साल अधिक समय बीत गया, लेकिन अभी तक शत-प्रतिशत किसानों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं, हजारों अपात्र लोग योजना का लाभ ले रहे हैं। जांच में मिले अपात्रों में कई ऐसे लोग भी हैं जो आयकर विभाग में टैक्स जमा करते हैं। सरकारी नौकरी व रिटायर होकर पेंशन भी ले रहे हैं। यही नहीं नाबालिगों के नाम पर भी लाभ लिया जा रहा है।
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उपनिदेशक ने कहा कि जिले में कुल किसान आठ लाख 16 हजार 662 हैैं ,जिसमें एक लाख 60 हजार 645 अपात्र हैं । उन्होंने कहा कि छठवीं किस्त पाने वाले दो लाख 80 हजार 355 किसानों की शासन के निर्देश पर अपात्रों की जांच की जा रही है। अब तक साढ़े चार हजार से अधिक अपात्रों को चिह्नित करके पोर्टल पर भेज दिया गया है। योजना का लाभ ले रहे और फर्जी लोग पकड़ में आएंगे। अपात्र लोगों से भुगतान की गई धनराशि की वसूली की जाएगी।