वाराणसी। रामनगर थाना क्षेत्र के लंका मैदान में एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम से मुठभेड़ में जिंदा पकड़े गये जख्मी डकैत का बीएचयू ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। पचास हजार के इनामी डकैत से पूछताछ के बाद बुधवार को पुलिस उसके आपराधिक इतिहास का पता करने में जुटी रही। डकैत बलिया जिले के रसड़ा थाना के छिबही गांव का रहने वाला वीरेंद्र सिंह है।
बीते मंगलवार की देर रात एसटीएफ की वाराणसी इकाई को सूचना मिली कि बलिया का इनामी डकैत वीरेंद्र रामनगर के लंका मैदान की ओर आने वाला है। एसटीएफ ने त्वरित कार्यवाही कर रामनगर पुलिस के साथ लंका मैदान को घेर लिया। इस दौरान वीरेंद्र अपने एक साथी के साथ दिखा। पुलिस टीम को देख डकैत फायरिंग करने लगा। पुलिस के जवाबी कार्रवाई में बदमाश के दाएं पैर में गोली लगी और वह घायल हो गिर पड़ा।
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इस दौरान उसका साथी मौके से भाग निकला। पुलिस ने घायल डकैत को पकड़ कर तत्काल इलाज के लिए मंडलीय अस्पताल में पहुंचाया। जहां उसका प्राथमिक उपचार कर बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया। ट्रामा सेंटर में उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने मुठभेड़ के बाद देर रात मीडिया कर्मियों को बताया कि वीरेंद्र गोरखपुर और देवरिया जिले से वांछित बदमाश है। वीरेंद्र ने गोरखपुर, देवरिया, मऊ और बलिया के साथ ही अन्य जिलों में भी कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है। पकड़े गए बदमाश पर 50 हजार का इनाम घोषित था। बदमाश फरार चल रहा था।