उन्नाव। गुरुवार सुबह दलित लड़की की गैंगरेप (Gangrape) के बाद हत्या कर दी गई। शव पुलिस चौकी से 50 मीटर दूर सड़क पर पड़ा मिला। शव वाहन से कुचले जाने के कारण क्षत-विक्षत हो गया।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि बेटी की गैंगरेप के बाद गाड़ी से कुचलकर हत्या की गई है। लड़की रात 12 बजे से ही लापता थी। लड़की 9वीं की छात्रा थी। परिजनों का ये भी कहना है कि पुलिस ने बिना बताए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी होने पर ग्रामीणों ने परियर हाईवे पर जाम लगा दिया। करीब 7 घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। परिजनों ने चार अज्ञात लोगों पर गैंगरेप का केस दर्ज कराया है। उधर, पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझाकर मामला शांत कराया।
मां ने बताया, कल रात से ही बेटी को खोज रहे थे। सुबह भी उठकर खेतों की तरफ खोजने गए। किसी ने बताया कि सड़क पर एक लड़की का शव मिला है। जब वहां पर पहुंची तो देखा कि भीड़ लगी थी, लेकिन कोई शव वहां पर नहीं था। पुलिस से पूछा तो पता चला कि पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। इसके बाद अस्पताल गए तो वहां पर शिनाख्त की।
लड़की के चाचा ने सफीपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा, मेरी भतीजी कल रात फोन से किसी से बात कर रही थी। इसके बाद वह बाहर गई, तभी से घर नहीं लौटी। रात करीब 12 बजे वह घर से बाहर गई थी। वहीं से उसे कुछ लोग जबरन उठाकर ले गए। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape) किया गया। फिर उसकी गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को शराब ठेके के पास और पुलिस चौकी से महज 50 मीटर दूर फेंक दिया।
चौकी प्रभारी पर लापरवाही का आरोप
चाचा ने पुलिस पर लापरवाही का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को बिना सूचना दिए ही भतीजी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। इसमें पुलिस चौकी इंचार्ज ने पूरी लापरवाही की है। उन्हें सबसे पहले घरवालों को सूचना देनी चाहिए थी ।
वहीं, पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार सोनकर को जांच अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि रात से ही किशोरी लापता थी। पहचान न होने पर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। फिलहाल एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए युवक से ही छात्रा कल रात में बात कर रही थी।