कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। यहां तक कि बड़े-बड़े देशों की आर्थिक गतिविधियां इसके कारण ठप पड़ी हैं। इस बीच रूस ने सबसे पहले वैक्सीन लाने की बात कही है।
रूस ने अगस्त के दूसरे हफ्ते में वैक्सीन को रजिस्टर कराने की बात कहीजा रही है। रूसी वैक्सीन दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन साबित होगी। पीछे-पीछे इस दौड़ में अमेरिका, चीन, ब्रिटेन और भारत भी हैं। वैसे अब सवाल ये उठ रहा है कि वैक्सीन तैयार होने पर सबसे पहले किसे मिलेगी।
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हाल ही में अमेरिका और ब्रिटेन की सरकार ने रूस पर कोरोना का डाटा चोरी करने का आरोप लगाया था। इन देशों की साइबर सिक्योरिटी फोर्स ने कहा है कि रूस उनकी प्रयोगशालाओं से वैक्सीन का फॉर्मूला चुराने की कोशिश में है। हालांकि ये आरोप साबित नहीं हो सके और अब रूस दौड़ में सबसे आगे है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक वो 10-12 अगस्त तक वैक्सीन को रजिस्टर करा लेगा।
वैसे अब तक रूस ने अपनी वैक्सीन के फॉर्मूला के बारे में खास जानकारी नहीं दी है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार वैक्सीन को मॉस्को के गामेल्या इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी ने बनाया है। वैक्सीन ने सिर्फ पहले और दूसरे चरण के ट्रायल पूरे किए हैं और माना जा रहा है कि अब तीसरा ट्रायल हुए बिना ही वैक्सीन लोगों के बीच आ जाएगी।