बलरामपुर। प्रदेश की योगी सरकार कानून व्यवस्था दुरुस्त करने का लाख प्रयास कर रही है, लेकिन दरिंदे हैवानियत की हदें पार करते हुए सरकार की साख पर बट्टा लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
हाथरस गैंगरेप की घटना अभी शांत नहीं हुई थी। तभी एक दिन बाद बलरामपुर गैंगरेप की घटना ने आम जनमान के दिल सहित पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों की रूह को झकझोंर कर रख दिया।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के मुताबिक बलरामपुर पीड़िता छात्रा की मौत आंत फटने से हुई है। दुष्कर्म की पुष्टि के बाद छात्रा का स्पर्म जांच के लिए भेज दिया गया है। अनुसूचित जनजाति छात्रा की मां को डीएम ने छह लाख 18 हजार 750 रुपए का चेक अहेतुक सहायता के रूप में दिया है। घटना में अन्य लोगों के शामिल होने के आरोप की जांच पुलिस कर रही है। बुधवार देर रात परिजनों ने पुलिस की मौजूदगी में छात्रा की अंत्येष्ठि कर दी। मौके पर पुलिस बल तैनात है।
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स्थानीय कोतवाली क्षेत्र निवासिनी 22 वर्षीय छात्रा मंगलवार सुबह 10 बजे घर से करीब दो किलोमीटर दूर बिमला विक्रम डिग्री कॉलेज में बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिला कराने गई थी। आरोप है कि गैसड़ी बाजार निवासी साहिद (23) पुत्र हबीब व साहिल (16) पुत्र हमीदुल्ला उसे अगवाकर अपने घर ले गए थे।
जहां दोनों ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। छात्रा की हालत बिगड़ी तो प्राइवेट डॉक्टर बुलाकर उसका घर पर इलाज कराया। देर शाम छात्रा को रिक्शे पर बैठा कर उसके घर भेज दिया। परिजन उसे तुलसीपुर सीएचसी ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस आंख बंद किए बैठी रही।
पोस्टमार्टम के लिए तीन चिकित्सकों का पैनल बनाया गया। सीएमओ डा. घनश्याम सिंह स्वयं भी मौजूद रहे। बुधवार देर रात पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई जिसमें गैंग रेप की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण आंत का फटना बताया गया है। छात्रा के शरीर में कई जगह हरे रंग के स्पॉट मिले है। चिकित्सकों के मुताबिक आंत में अत्यधिक रक्त जमा होने से शरीर पर यह निशान उभरे हैं। डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया कि छात्रा के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने देर रात केस दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डीएम ने छात्रा की मां को दी अहेतुक सहायता
देर रात छात्रा का शव परिजनों को सौंप दिया गया। उनकी सहमति पर रात में ही उसकी अंत्येष्ठि कर दी गई। लोगों का आक्रोश देखते हुए अंत्येष्ठि स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल लगाई गई थी। काफी संख्या में लोग अंत्येष्टि में शामिल हुए। गुरुवार सुबह सात बजे डीएम कृष्णा करुणेश, एसपी देवरंजन वर्मा, शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर के महंत मिथलेश नाथ योगी, तुलसीपुर एसडीएम विनोद कुमार सिंह कलहंस पीड़िता के घर पहुंच गए। डीएम ने पीड़िता की मां को अहेतुक सहायता के रूप में चेक दिया। लेखपाल से कहा कि जमीन ढूढकर मां के नाम पट्टा बनवाएं।