• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

बसपा के पूर्व एमएलसी इकबाल के ठिकानों पर ED की छापेमारी

Desk by Desk
15/10/2020
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, क्राइम, ख़ास खबर, सहारनपुर
0
पूर्व एमएलसी इकबाल

पूर्व एमएलसी इकबाल

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के बहुचर्चित खनन कारोबारी और बसपा के पूर्व एमएलसी इकबाल उर्फ बाला के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करीब 18 घंटों तक छापेमारी के काज को अंजाम दिया।

इकबाल के खिलाफ सीबीआई और ईडी पहले से जांच कर रही है। दोनो एजेंसियों की टीमे इकबाल के जिले के थाना एवं कस्बा मिर्जापुर स्थित आवास और अन्य ठिकानों के साथ-साथ उसकी विभिन्न फर्मों में हिस्सेदार रहे सौरभ मुकुंद के यहां छापेमारी कर चुके है।

हाथरस मामले में इकबाल पर आरोप लगे थे कि उनकी ओर से भीम आर्मी जैसे संगठनों को आर्थिक मदद मिल रही है। ईडी के दो दल बुधवार को सहारनपुर पहुंचे जिनमें एक दल मिर्जापुर में इकबाल का पैतृक मकान और ग्लोकल यूनिवर्सिटी की ओर निकल गया जबकि दूसरे दल ने इकबाल की फर्म में पार्टनर सौरभ मुकुंद के सहारनपुर नगर में साउथ सिटी स्थित आवास पर छापेमारी की।

सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला- सास-ससुर के घर में भी बहू को रहने का अधिकार

गुरूवार तड़के तक चली छापेमारी में स्थानीय अधिकारियों और मीडिया दोनो को दूर रखा गया। हालांकि एसएसपी डा. एस चनप्पा उसी दौरान मिर्जापुर थाने पर गए थे लेकिन उनका छापेमारी से कोई लेना-देना नहीं था। वह इसी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मां शाकुंबरी देवी मंदिर और वहां लगने वाले मेले आदि की व्यवस्था के संबंध में गए थे।

विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक इकबाल को ईडी की छापेमारी की भनक मिल गयी थी जिसके चलते वह परिवार समेत अपने आवास पर नहीं मिले। सूत्रों के मुताबिक इकबाल या उसके परिवार के सदस्यों ने छापेमारी के दौरान ईडी को कोई सहयोग नहीं किया। ईडी की टीम को अलमारियों और तिजौरियों पर लगे ताले तोड़ने पडे या फिर मिस्त्रियों के जरिए ताली बनवाकर खुलवाने पडे। ईडी दल को काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगने की सूचनाएं है। तिजौरी में भारी मात्रा में जेवरात मिले है।

कॉस्ट्यूम डिजाइनर भानु अथैया का हुआ निधन, जीता था पहला ऑस्कर अवॉर्ड

इकबाल पिछले 20 साल से भी ज्यादा समय से सहारनपुर एवं पूरे उत्तर प्रदेश में खनन कारोबारी के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। मायावती और मुलायम सिंह एवं अखिलेश यादव के शासन में सहारनपुर जिले में इकबाल डीएम, एसएसपी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर मनमाफिक अफसरों की नियुक्तियां कराता था और मीडिया को भी नीचे से लेकर मैनेज रखता था। मुलायम सिंह यादव के शासनकाल में जब खनन मंत्रालय शिवपाल यादव के पास था तो तत्कालीन जिलाधिकारी निवेदिता शुक्ला वर्मा को इसलिए जिलाधिकारी का पद छोडना पडा था क्योंकि वह नियम और कायदे-कानून की अनदेखी कर सत्ता के इशारे पर खनन पट्टे इकबाल के लोगों को देने को तैयार नहीं हुई थी।

ढाई दशक के दौरान जिस डीएम-एसएसपी, डीआईजी, कमिश्नर ने इकबाल के इशारों पर चलने में हील हुज्जत दिखाई। उसका फौरन तबादला हो गया। वर्ष 2017 में स्थिति तब बदली जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बनी। इस दौरान अफसरों का रूख जरूर निष्पक्ष और ईमानदारी वाला दिखाई दिया लेकिन सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियां इकबाल और उसकी बेनामी फर्मों के हिस्सेदारों, परिजनों का कुछ नहीं बिगाड पाई।

NCB की पूछताछ के बाद रकुल प्रीत सिंह ने पहली बार शेयर की पोस्ट

मौजूदा डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने बतौर एसएसपी इकबाल के एक बेटे को गिरफ्तार करने का साहस दिखाकर मिसाल पेश की थी। वरना कोई भी अफसर उन पर हाथ डालने से परहेज करता है।

इकबाल और उसकी फर्मों के द्वारा मायावती के शासन काल में वर्ष 2010 में सस्ते दामों पर बिकी चीनी मिले खरीदने की रिर्पोट दर्ज है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इकबाल के खिलाफ कई एजेंसियों ने जांच की और अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मुकदमे दर्ज किए।

Tags: 24ghnate online.comcrime newscrime news in hindiED RaidsFormer MLC IqbalLatest Uttar Pradesh News in Hindiईडी के छापेमारीपूर्व एमएलसी इकबाल
Previous Post

सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला- सास-ससुर के घर में भी बहू को रहने का अधिकार

Next Post

मीटर रीडर की जेल भिजवाने की धमकी, महिला की मौत, ग्रामीणों में आक्रोश

Desk

Desk

Related Posts

Prisons
Main Slider

ये है सबसे खतरनाक जेल, जिसमे कैदी जाने से घबरातें है

07/06/2025
UPCIDA
उत्तर प्रदेश

अहमदाबाद में यूपीसीडा ने फार्मा रोड शो का किया सफल आयोजन

06/06/2025
PATA
उत्तर प्रदेश

बैंकॉक में यूपी टूरिज्म की इंटरनेशनल ब्रांडिंग की तैयारी में जुटी योगी सरकार

06/06/2025
AK Sharma
उत्तर प्रदेश

ओवरलोड परिवर्तको की क्षमता वृद्धि का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा: एके शर्मा

06/06/2025
CM Yogi
उत्तर प्रदेश

22 जून तक पूरा कर लें आयुष विवि के सभी कार्य : मुख्यमंत्री

06/06/2025
Next Post
deadbody found

मीटर रीडर की जेल भिजवाने की धमकी, महिला की मौत, ग्रामीणों में आक्रोश

यह भी पढ़ें

Nepal Earthquake

Nepal Earthquake: भूकंप से 128 लोगों की मौत, एक हजार से ज्यादा घायल; पीएम मोदी ने जताया शोक

04/11/2023
CM Yogi

आइकॉनिक बिल्डिंग के तौर पर हो वाराणसी और गोरखपुर के कमिश्नरी कार्यालयों की पहचान: सीएम योगी

02/08/2023
karwa chauth

जानें कब है करवा चौथ का व्रत? अखंड सौभाग्य के लिए पूजा का मुहूर्त एवं महत्व

28/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version