• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

भारत के साथ ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत संबंध की वकालत

Desk by Desk
29/10/2020
in ख़ास खबर, राष्ट्रीय
0
America-India relationship

अमेरिका भारत रिश्ते

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली| अमेरिका ने बुधवार को भारत के साथ ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत संबंध की वकालत की। उसने यह भी कहा कि वह दोनों देशों में व्यापार अवसरों को बढ़ाने के लिये व्यापार और निवेश पांबदियों को कम करना चाहता है।

सेरा वीक के भारत ऊर्जा मंच को संबोधित करते हुए अमेरिकी के ऊर्जा मंत्री डैन ब्रोइलेट ने ऊर्जा बाजार को स्थिर बनाने में भूमिका निभाने को लेकर भारत के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की सराहना की। कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद ऊर्जा बाजार में काफी उतार-चढ़ाव आया। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था तीव्र गति से वृद्धि कर रही है। दोनों देशों के बीच मजबूत और प्रगाढ़ संबंधों को देखते हुए 10 अरब डॉलर का ऊर्जा कारोबार केवल एक शुरूआत है।

कोरोना ने आम आदमी के तन को ही नहीं बल्कि मन को भी किया बीमार

मंत्री ने कहा कि अमेरिका ने तेल एवं गैस क्षेत्र में खोज, बैटरी स्टोरेज और सौर फोटोवोल्टिक सेल जैसे क्षेत्रों में जो प्रौद्योगिकी विकसित की है, उसे भारत के साथ साझा करना चाहता है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता के रूप में उभरा है, जिसका मतलब दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं के लिये सुरक्षा और स्थिरता है। अमेरिका-भारत रणनीतिक ऊर्जा भागदारी के बारे में ब्रोइलेट ने कहा कि दोनों पक्ष अमेरिकी और भारतीय कंपनियों के लिये आर्थिक अवसरों को चिन्हित करने के लिये काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हम दोनों देशों में निवेश बाधाओं जैसी चीजों पर भी गौर कर रहे हैं। हम अमेरिका में उन कानूनों को देख रहे हैं जिससे निवेश प्रभावित होता है या फिर धीमा होता है।

Tags: americaAmerica-India relationshipIndiaअमेरिकाअमेरिका भारत रिश्तेभारत
Previous Post

मांग बढ़ने से भारतीय अर्थव्यवस्था में उछाल

Next Post

कोविड-19 के लिये रोग प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाने वाली जारी की किट

Desk

Desk

Related Posts

Omar Abdullah
राजनीति

जो अंग्रेज नहीं कर सके वह मोदी ने कर दिखाया, उमर अब्दुल्ला ने की पीएम मोदी की तारीफ

06/06/2025
CM Dhami
राजनीति

शौर्य महोत्सव में बोले सीएम धामी – शहीदों का सम्मान हमारा कर्तव्य

06/06/2025
Corona
Main Slider

यूपी के इस जिले में कोरोना ने बढ़ाई टेंशन, लागू हुआ धारा-163

06/06/2025
PM Modi
Main Slider

आज की ही रात पाकिस्तान में कयामत बरसी थी: पीएम मोदी

06/06/2025
PM Modi inaugurated the world's highest Chenab Rail Bridge
Main Slider

पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेल ब्रिज का किया उद्घाटन

06/06/2025
Next Post
covid 19 test

कोविड-19 के लिये रोग प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाने वाली जारी की किट

यह भी पढ़ें

Pillow

सोते समय अपने पास भूलकर भी न रखें ये चीजें, होता है बुरा असर

13/07/2023
Transformers

बिजली विभाग की लापरवाही के चलते चार महीने में फुंक गए 450 ट्रांसफार्मर

21/04/2023
face pack

इस फेस पैक को लगाते ही चेहरे पर आएगा ग्लो, ऐसे लगाएं

15/03/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version