इंदौर। उज्जैन और इंदौर में अवैध निर्माण कर बनाए गए घरों से ना केवल श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए शांतिपूर्ण तरीके से धनसंग्रह करने को निकले रामभक्तों पर अकारण पथराव किया गया बल्कि माहौल खराब कर प्रशासन को भी चुनौती दी गई। इस दौरान प्रशासन ने उपद्रवियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई भी की। प्रशासन इनको नोटिस भी जारी कर चुका था।
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ऐसे में अधिकारियों ने एक मकान को जल्द से जल्द खाली करने के लिए कहा। अगले दिन 26 दिसंबर को प्रशासन का अमला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गया। पहली घटना उज्जैन के बेगमबाग क्षेत्र में 25 दिसंबर को हुई। इसके बाद उनका रिकॉर्ड खंगाला गया और मुख्य मार्ग स्थित तीन लोगों के मकान चिह्नित किए गए। इनका अवैध तरीके से निर्माण कराया गया था। धनसंग्रह के लिए निकले हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर जमकर पथराव किया गया। इसमें नौ लोग घायल हो गए। इस घटना से पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया।
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इंदौर और उज्जैन के प्रशासन ने त्वरित और साहसपूर्ण कार्रवाई कर पत्थरबाजों के मकान जमींदोज कर कड़ा संदेश दिया है। नियमानुसार कार्रवाई के साथ प्रशासन ने सुशासन का यह संदेश भी दे दिया कि वैमनस्य फैलाने की किसी भी घटना पर बेहद कठोर कार्रवाई होगी। इसके तत्काल बाद प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन मकानों को चिह्नित किया, जहां से पथराव किया गया था। प्रशासन को रोकने की गरज से चार घंटे से भी ज्यादा समय तक लोगों ने हंगामा किया।