नई दिल्ली। भारत की पहली स्वदेश कोरोना वैक्सीन के इमर्जेंसी इस्तेमाल की एक्सपर्ट कमेटी ने हरी झंडी दे दी है। भारत बाॅयोटेक के तरफ से निर्मित कोवैक्सीन को मंजूरी मिली है। मंजूरी हासिल करने के बाद कोवैक्सीन दूसरी वैक्सीन बनी है।
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इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना का टीका पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को मुफ्त मिलेगा। इनमें एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मी और दो करोड़ अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी होंगे।
प्राथमिकता के आधार पर बाकी के 27 करोड़ लोगों को जुलाई तक किस तरह से टीका लगाया जाएगा, इस प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इन लाभार्थियों में 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग और पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त इससे कम उम्र के लोग भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, टीके को मंजूरी देेने से पहले हम किसी भी प्रोटोकॉल से समझौता नहीं करेंगे।
दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में टीकाकरण के पूर्वाभ्यास की समीक्षा करने पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कोरोना का टीका आने के बाद सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मचारी, सुरक्षा जवान और पुलिसकर्मियों को उपलब्ध होगा। देश में अभी करीब एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारी हैं और दो करोड़ सुरक्षा व पुलिस के जवान। इन लोगों को टीका देने के बाद नगर निगमपालिका और पंचायत के कर्मचारी, पहले से बीमार और 50 या उससे अधिक वर्ष की आयु के लोगों को टीका दिया जाएगा।
इनकी संख्या करीब 27 करोड़ है। इन्हें दो अलग-अलग चरणों में टीका दिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 30 करोड़ लोगों को दो-दो खुराक उपलब्ध कराने में कम से कम पांच से छह महीने का वक्त लग सकता है। इसी साल के मध्य तक यह लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद ही किसी और व्यक्ति को टीका मिल सकता है। वहीं, जब हर्षवर्धन से सवाल पूछा गया कि कोरोना वैक्सीन जैसे दिल्ली में मुफ्त होगी, क्या वैसे ही सभी राज्यों में भी मुफ्त होगी?
इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, कोरोना टीका दिल्ली में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में मुफ्त होगा। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ही कोरोना टीकाकरण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड टीके को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दी गई थी। हालांकि, इन टीकों पर अंतिम रूप से मुहर भारतीय औषधि महानियंत्रक ही लगाएगा, जो तय मानी जा रही है।
अफवाहों पर न दें ध्यान, पोलियो पर भी फैलाई गई थी भ्रांतियां
हर्षवर्धन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील भी की। उन्होंने कहा, टीके की सुरक्षा और उसके कारगर होने को सुनिश्चित करना हमारी पहली प्राथमिकता है। पोलियो उन्मूलन के लिए टीकाकरण के वक्त भी कई तरह की अफवाहें फैली थीं, लेकिन लोगों ने टीका लिया और अब भारत पोलियो मुक्त है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी टीके को लेकर लोगों से अफवाहों से बचने को कहा था।