भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर शाम को एक सभा को संबोधित किया और भड़काऊ भाषण दिया। उन्होंने कहा कि यहां से कोई गिरफ्तारी नहीं होगी। यदि कोई गिरफ्तारी होगी तो पता नहीं हमारे साथ क्या होगा। साथ ही उन्होंने एक बार फिर भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि अगर यदि ऐसा हुआ तो गोली चल जाएगी और उसका प्रशासन ही जिम्मेदार होगा।
राकेश टिकैत के इस भड़काऊ भाषण के बाद गाजीपुर बॉर्डर खाली करवाने आई पुलिस भी वापस लौटती दिखी। साथ ही प्रशासन के अधिकारी भी लौट गए। इससे पहले पुलिस और प्रशासन के लोग राकेश टिकैत को समझाने के लिए मंच पर भी चढ़े थे और उनसे आग्रह किया था कि वे रास्ता खोल दें। लेकिन, वे नहीं माने। इसके साथ ही टिकैत भड़काऊ भाषण देने लगे। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस पर चिल्लाने लगे।
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राकेश टिकैत ने इसके साथ ही मंच से ऐलान कर दिया कि उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की तो वे फांसी चढ़ जाएंगे। उनके साथ ही बाकि लोग भी फांसी लगा लेंगे। हालांकि उनको समझाने गए पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें बॉर्डर से हटने के लिए बोला गया था। लेकिन, वे इस बात को नहीं माने और भड़क गए।
इसके पहले धरना स्थल पर बिजली और पानी की सप्लाई रोकने पर टिकैत ने कहा था कि सरकार ऐसा क्यों कर रही है. इसके पीछे की मंशा को जाहिर करे. टिकैत ने कहा था कि किसानों को गिरफ्तार करने के लिए सरकार दमककारी नातियों को अपना रही है. बता दें कि आज गाजीपुर बॉर्डर पर धरना स्थल पर प्रशासन ने बिजली और काटी की सप्लाई बंद कर दी है.
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टिकैत ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है. उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है. इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है. यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है.