आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने बुधवार को कहा कि पार्टी संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों के लिए लाए गए काले कानूनों को वापस कराने की मांग को लेकर मेरठ में किसान महापंचायत करेंगे।
श्री सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरठ के दिल्ली बाईपास पर संस्कृति बैंक्विट के मैदान में 28 फरवरी को होने जा रही किसान महापंचायत में अरविंद केजरीवाल कृषि काले कानूनों को वापस कराने की मांग करेंगे।
उन्होने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों का आंदोलन देश हित में है। ‘आप’ तन-मन-धन से किसानों की लड़ाई लड़ रही है। श्री केजरीवाल ने सिंघु बॉर्डर हो, टिकरी बॉर्डर हो या गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराने से लेकर उनके लिए पानी, शौचालय, भोजन आदि की व्यवस्था में जो भी बन सका किया। पार्टी ने संसद में तीनों काले कानूनों के खिलाफ आवाज उठाई, मगर यह सरकार उन्हे सुनने के लिए तैयार नहीं है।
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श्री सिंह ने कहा कि यूपी में पुलिस कस्टडी और जयूडिशल कस्टडी में मौत का एक नया चलन शुरू हो गया है। कोई इसके खिलाफ आवाज उठाए तो उस पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करा दिया जाता है। योगी सरकार लोगों को न्याय दिलाने की जगह किसानों पर मुकदमा दर्ज कराने में लगी है।
उन्होने कहा कि सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। प्रदेश में कानून व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं बचा है। सरकार पीड़ितों को न्याय दिलाने में नहीं बल्कि मुकदमे दर्ज करा कर लोगों की आवाज दबाने में जुटी है। यहां अपराध पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए बोलने या किसानों के हक में आवाज उठाने पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है।