उत्तर प्रदेश के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी को पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। लखनऊ पुलिस ने 82 की कार्रवाई करते हुए विधायक के घर के बाहर नोटिस चस्पा किया है। इसके तहत विधायक को तय समय में कोर्ट में हाजिर होकर अपना पक्ष रखना होगा। विधायक अमनमणि त्रिपाठी का आवास कोतवाली थाना के दुर्गाबाड़ी इलाके में है।
कोतवाली पुलिस के साथ लखनऊ के गौतमपल्ली थाने की पुलिस ने विधायक के आवास पर जाकर नोटिस चस्पा किया। विधायक पर कारोबारी ऋषि पांडेय को अगवा करने और धमकाने का आरोप है। आरोपी विधायक मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश नहीं हुए थे। इसके चलते विधायक के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था। कोर्ट के आदेश पर ही लखनऊ पुलिस ने 82 की कार्रवाई की है।
अमरमणि त्रिपाठी नौतनवा से निर्दलीय विधायक है. विधायक का विवादों से नाता है। अमरमणि त्रिपाठी अपनी पत्नी सारा सिंह की हत्या के मामले में भी जेल जा चुके हैं। ये मामला अबी कोर्ट के विचाराधीन है। वहीं अब लखनऊ पुलिस ने कारोबारी ऋषि पांडेय को अगवा करने और धमकाने के मामले में विधायक पर कार्रवाई की है। नोटिस के अनुसार विधायक को 4 मार्च तक कोर्ट में पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
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इससे पहले विशेष एमपी-एमएलए अदालत ने निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी को भगोड़ा घोषित कर दिया था। न्यायाधीश पीके राय ने वर्ष 2014 में एक ठेकेदार के अपहरण के मामले में कई वारंट जारी होने के बावजूद त्रिपाठी के अदालत में पेश नहीं होने पर उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया। मामले की अगली सुनवाई चार मार्च को होगी। अदालत ने त्रिपाठी के अब भी पेश नहीं होने पर उनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्यवाही भी शुरू कर दी है।
2014 में दर्ज किया गया था मामला
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में गोरखपुर के एक ठेकेदार ऋषि कुमार पांडे ने राजधानी लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में दर्ज मामले में त्रिपाठी पर रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। इस मामले में 28 जुलाई 2017 को अमनमणि के खिलाफ आरोप तय हो गए थे लेकिन कई बार वारंट जारी होने के बावजूद वह अदालत में पेश नहीं हुए। चर्चित मधुमिता हत्याकांड मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि महराजगंज जिले की नौतनवा सीट से विधायक हैं।