लखनऊ। दो महीनो से ज़्यादा समय से सआदतगंज कोतवाली और महिला थाने के चक्कर काट रही तीन तलाक पीड़िता सीमा बानो को आखिरकार कामयाबी मिल ही गई । 28 दिसम्बर को अपने पति द्वारा तीन तलाक के खतरनाक शब्दो के वार से तबाह बरबाद की गई सीमा की तहरीर पर अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन उसके पति के खिलाफ मुकदमा सआदतगंज थाने मे दर्ज कर लिया गया। तीन तलाक पीड़िता उत्तरी कशमीरी मोहल्ला जय नारायण की बगिया सआदतगंज के रहने वाले नबी अहमद की बेटी सीमा के द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी इस सम्बन्ध मे प्रार्थना पत्र देकर उसके पति व पति के चचा व उके पति की दूसरी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निवेदन किय गया था ।
मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र भेजने के अलावा सीमा ने सआदतगंज कोतवाली और महिला थाने मे भी कई चक्कर लगाए, लेकिन पुलिस सीमा को लगातार टरका रही थी आखिरकार मुख्यमंत्री को सीमा के द्वारा भेजे गए प्रार्थना पत्र के आधार पर सीमा को मुख्यमंत्री से जो आस थी वो महिला दिवास के दिन पूरी हुई और 8 तारीख को सआदतगंज थाने मे सीमा के पति के खिलाफ धारा 504/506/494/ व मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा अधिनियम 2019) 3/4 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
सीमा द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे मे उसके पति के चाचा और उसकी दूसरी पत्नी को भी आरोपी बनाया गया है। नबी अहमद की बेटी सीमा बानो की शादी 4 जून 2012 को इसी मोहल्ले के रहने वाले मोहम्मद हबीब के पुत्र मोहम्मद फहीम के साथ हुई थी । सीमा के एक पुत्र भी है। शादी के बाद सीमा के पति द्वारा उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया तो साल 2018 मे सीमा ने सआदतगंज थाने मे दहेज एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया तो मीडियेशन मे पति पत्नी के बीच सुलह हो गई और दोनो एक साथ रहने लगे लेकिन दहेज लोभी पति ने दोबारा सीमा को दहेज के लिए प्रताड़ित किया और मई 2020 मे सीमा का बुरी तरह से पीट कर घर से निकाल दिया गया ।
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सीमा ने दोबारा सआदतगंज थाने मे अपने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और तब से वो अपने मायके मे ही रह रही थी । सीमा को पता चला कि उसके पति ने उसकी मर्ज़ी के बगैर दूसरा विवाह कर लिया है तो वो अपने पति के घर गई जहा उसे मारपीट कर भगा दिया गया। सीमा 28 दिसम्बर 2020 को फिर अपने पति के घर गई जहां फहीम व उसके चाचा और फहीम की दूसरी पत्नी द्वारा सीमा से अभद्रता की गई और फहीम ने इस दौरान सीमा को एक साथ तीन तलाक देकर उसका जीवन बरबाद कर दिया था।
पति द्वारा तीन तलाक दिए जाने के बाद सीमा लगातार मुकदमा दर्ज कराने के लिए थानो के चक्कर काटती रही लेकिन उसकी कही कोई सुनवाई नही हो रही थी लेकिन सीमा द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे गए प्रार्थना पत्र के आधार पर अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन उसको तलाक देने वाले और दूसरा विवाह रचाने वाले फहीम व उसके चाचा व दूसरी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। सीमा को अब ये आस जगी है कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा मुस्लिम महिलाओ के अधिकारो के लिए बनाए गए तीन तलाक के कानून का उसे लाभ मिला है और अब उसे न्याय मिलने की उम्मीद है।