सिद्धार्थनगर। भारत-नेपाल सीमा के ककरहवा बॉर्डर पर मानव तस्करी की रोकथाम को लेकर एसएसबी 43वी वाहिनी सीमा चौकी ककरहवा, एएचटीयू सिद्धार्थनगर तथा मानव सेवा संस्थान ने संयुक्त रूप से गश्त करने के दौरान दो नेपाली नाबालिक बच्चो को मानव तस्करी का शिकार होने से बचाने में सफलता हासिल की है।
मानव तस्कर की पहचान रमवापुर लुम्बिनी संस्कृति नगर पालिका वार्ड संख्या 8 नेपाल निवासी श्याम सुंदर पुत्र चन्द्रिका के रूप में हुई है।
मानव तस्कर दो नेपाली नाबालिक बच्चे राकेश पुत्र दीप नारायण व दीपेंद्र धवल पुत्र रामदेव को अपने साथ अहमदाबाद में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ले जा रहा था। गश्त के दौरान पकड़े गए मानव तस्कर एव नाबालिक बच्चों को अग्रिम कार्यवाही हेतु नेपाल पुलिस को सुपर्द कर दिया गया है। नेपाली नाबालिक बच्चो को मानव तस्करी की चंगुल से बचाने में एसएसबी समवाय प्रभारी हरिलाल हेड कांस्टेबल हृदयदास, आरक्षी रघुवीर सिंह व एएचटीयू प्रभारी सिद्धार्थनगर निरीक्षक बाबूलाल, हेड कांस्टेबल देवेन्द यादव, आरक्षी पंकज भारती तथा मांव सेवा संस्थान के प्रभारी जय प्रकाश गुप्ता व काउंसलर जीवन माया श्रीवास्तवा शामिल रहे।