• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

अब छह नहीं 12 महीने का बनाएं आपात कोष

Desk by Desk
21/04/2021
in Main Slider, ख़ास खबर
0
Now make emergency fund

Now make emergency fund

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

कोरोना की दूसरी लहर ने सबको मुश्किलें मे कर दिया हैं। पिछले साल ही मार्च से लेकर मई तक पूर्ण लॉकडाउन के बाद कई मोर्चों पर मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। कंपनियों की बंदी से छंटनी करनी पड़ी और रोजगार के अवसर भी घटे। एक साल से ब़ड़ी संख्या में लोग बेरोजगार बैठे हैं। ऐसे में वित्तीय मुसीबत से बचने के लिए कोरोना ने सिखा दिया है कि अब छह नहीं 12 महीने का आपात कोष (इमर्जेंसी फंड) बना कर रखना ही समझदारी भरा फैसला है।

आपत कोष क्या है

यह ऐसी बचत राशि है जो आपकी नौकरी छूट जाने की स्थिति में आपके हर माह के जरूरी खर्च के लिए पर्याप्त होती है। आपके हर माह का खर्च तय होता है। इसमें रसोई से लेकर बच्चों की स्कूल फीस, कर्ज की ईएमआई और कुछ अन्य खर्च होते हैं। नौकरी छूट जाने पर भी यह खर्च आप बंद नहीं कर सकते हैं। हालांकि, इमर्जेंसी फंड कितनी अवधि का को इसके लिए कोई मानक तय नहीं है और यह आपकी वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है। इसके बावजूद कम से कम एक साल के लिए इमर्जेंसी फंड जरूर रखें।

हैदराबाद ने दर्ज की सीजन की पहली जीत, PBKS को 9 विकेट से हराया

बचत खाता को न समझें आपात कोष

सामान्य तौर पर हम बचत खाता में जमा को इमर्जेंसी फंड मानने की गलती कर बैठते हैं। जबकि उसमें से लगातार सभी काम के लिए राशि निकलती रहती है। वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि इमर्जेंसी फंड को अलग-अलग कई विकल्पों में निवेश करके रखना चाहिए। इसमें बचत खाता के अलावा, लिक्विड फंड और छोटी अवधि की एफडी शामिल है।

 

फंड में करें निवेश

लिक्विड फंड भी छोटी अ‌वधि का होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इमर्जेंसी फंड का एक हिस्सा इसमें जरूर रखना चाहिए। म्यूचुअल फंड कंपनियां लिक्विड फंड की पूंजी 91 दिन की परिपक्वता वाले तय अवधि (टेड उत्पाद) वाले उत्पादों में निवेश करती हैं। इसकी वजह से बाजार में तेज उतार-चढ़ाव आने पर इनके रिटर्न पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है।

इमर्जेंसी फंड के लिए बड़ी राशि की एक एफडी कराकर रखना समझदारी भरा फैसला नहीं है। वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए छोटी राशि की एक से तीन माह की अलग-अलग कई एफडी रखें। साथ ही अवधि पूरी होने पर इसे आगे बढ़वाते रहें। इससे आपके पास हर समय पैसे की उपलब्धता रहेगी और समय से पहले एफडी बंद करने की स्थिति में शुल्क चुकाने से भी बच जाएंगे।

 

Tags: 24ghante online.comBusinessBusiness NewsBusiness News HindiEmergency Fundhindi newsIndiaIndia News in HindiLatest India News UpdatesNEWSnews in hindiताजा समाचारहिंदी समाचार
Previous Post

जमीनी विवाद में दो पक्षों में चली गोली, आधा दर्जन लोग घायल

Next Post

बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बड़े कोरोना वैक्सीन के दाम

Desk

Desk

Related Posts

Bhai Dooj
धर्म

इस दिन मनाया जाएगा भाई दूज, जानें तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त

20/10/2025
Govardhan Puja
Main Slider

गोवर्धन पूजा कब है, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा महत्व

20/10/2025
Lizard
Main Slider

दिवाली पर इस जानवर का दिखना होता है शुभ, कारोबार में मिलेगी सफलता

20/10/2025
Rangoli
फैशन/शैली

दिवाली पर नहीं मिला रंगोली बनाने का टाइम, तो इन ट्रिक्स से मिनटों में बना लेंगी

20/10/2025
Suran Sabzi
Main Slider

दिवाली के दिन जरूर बनाई जाती है ये टेस्टी सब्जी, नोट करें मजेदार रेसिपी

20/10/2025
Next Post
Large Corona Vaccine Prices

बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बड़े कोरोना वैक्सीन के दाम

यह भी पढ़ें

धन सिंह रावत की कार पलटी, बाल-बाल बचे स्वास्थ्य मंत्री

14/12/2021
congress manifesto

प्रियंका गांधी ने जारी किया कॉंग्रेस का घोषणा पत्र, नाम दिया ‘उन्नति विधान’

09/02/2022
web series poster controversies

विवादों में घिरी एकता, वेब सिरीज़ के पोस्टर पर लगा चोरी का आरोप

10/04/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version