उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में गुरुवार रात को जिला अस्पताल के बारह ही गांव के युवक की इलाज के अभाव में मौत हो गई। इसकी जानकारी सामने आने के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता हसनैन जाफरी डंपी के नेतृत्व में अस्पताल के बाहर जमकर प्रदर्शन भी हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार, घटना बंधुआ कला थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव की है। यहां हसनपुर स्टेट के राजा के बेटों ने अखिलेश सरकार में अपनी बेशकीमती जमीन अस्पताल के लिए दान में दी थी। जिस पर आज सीएचसी संचालित है, लेकिन दुर्भाग्य ये कि यहां रात में डाक्टरों के नहीं होने पर लोगों की जान चली जाती है।
गुरुवार रात गांव निवासी राजू की हालत एकाएक खराब हो गई। आनन फानन में परिजन उसे गांव के सीएचसी लेकर आए। लेकिन यहां डॉक्टर और स्टाफ नदारद थे, नतीजा ये हुआ कि हॉस्पिटल गेट पर राजू ने तड़प-तड़प कर जान दे दी। राजू की मौत से कोहराम मच गया, उसकी तीन बेटियां और मां अस्पताल के बाहर चीखने-चिल्लाने और रोने पीटने लगीं।
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उधर, इलाज के अभाव में राजू की मौत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची ग्रामीण उग्र होकर वहां पहुंच गए। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के इसौली प्रभारी हसनैन जाफरी डंपी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की।
डंपी ने मीडिया से कहा कि, अस्पताल तक आने वाली रोड टूटी हुई है, यहां तक मरीज को लेकर आने के लिए गाड़ियां तक नही है। उन्होंने बताया कि जिस वक्त राजू की मौत हुई, उस वक्त एक भी डाक्टर और कर्मचारी हॉस्पिटल में नहीं था।