उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने मल्टीलेवल मार्केटिंग कम्पनी बनाकर लोगों से निवेश के नाम पर अरबों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के एक इनामी सदस्य को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि Shine City, Hello Ride Ltd, Enfinity World Infra Venture Ltd. o Vastum Infraland India Pvt. Ltd नाम की कम्पनियां में सैकड़ों लोगों से लगभग 60 करोड़ रूपये इनवेस्ट कराकर ठगी करने वाले 40 हजार के इनामी अपराधी कानपुर निवासी मो0 शरीफ को कल रात करीब 11 बजे लखनऊ में ट्रांसपोर्ट नगर मैट्रो स्टेशन के नीचे बजे से गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि मकबरा ग्वालटोली निवासी गिरफ्तार ठग के पास से मोबाइल फोन और अन्य कार्ड आदि बरामद किए गये । उन्होंने बताया कि एसटीएफ को कुछ समय से लगातार मल्टीलेवल मार्केटिंग कम्पनी बनाकर जनता से इनवेस्ट के नाम पर अरबों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोहों की सचूनाएं प्राप्त हो रही थीं। गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह सिसौदिया के पर्यवेक्षण में मुख्इयालस स्थित साइबर टीम को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम मे साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन का काम शुरु किया जानकारी मिली कि उपरोक्त नाम की कम्पनियाें में सैकडों लोगो से लगभग 60 करोड़ रूपये इनवेस्ट कराकर ठगी करने वाला अपराधी मो0 शरीफ गिरफ्तारी से बचने के लिए छिपकर दिल्ली व मनाली (हिमांचल प्रदेश) में रह रहा था, जो लखनऊ आया हुआ है।
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प्रवक्ता ने बताया कि इस सूचना पर एसटीएफ और थाना विभूतिखण्ड पुलिस की टीम ने संयुक्त रुप से मुखबिर की सूचना के आधार पर रात करीब 22ः50 बजे ठग को को ट्रांसपोर्ट नगर मैट्रो स्टेशन के नीचे से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ पर गिरफ्तार ठग ने बताया कि शाइन सिटी (रशिद नसीम सीएमडी) में वर्ष 2015 मे बतौर टीम लीडर सस्ते प्लाट उपलब्ध कराने का लालच देकर लोगों का इनवेस्ट कराता था। इसके बाद वर्ष 2017 में अपनी खुद की Dreams Group नाम से फर्म रजिस्टर्ड करा दी व अभय कुशवाहा की इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लि0 कम्पनी रियल स्टेट में काम करता था, में सस्ते प्लाट देने के नाम पर किस्त के रूप मे रूपये जमा कराना शुरु कर दिया।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि कम्पनी के डायरेक्टर अभय कुशवाहा, नीलम वर्मा, आजम सिद्दीकी व शकील अहमद खान थे। अभय कशवाह ने वर्ष 2018 में एक और कम्पनी बनायी जिसमे निखिल कुशवाहा, अभय कुशवाहा, नीलम वर्मा, आजम सिद्दीकी डायरेक्टर थे, इसका आफिस साइबर हाइट्स विभूतिखण्ड में आठवें तल पर था, यह कम्पनी बाइक टैक्सी चलाने के नाम पर ग्राहकों से 61,000 रूपये जमा करने के बदले प्रति माह 9,582 रुपये 12 माह तक देने का प्रलोभन देकर रूपये जमा कराती थी। कम्पनी मे रूपये जमा करने के लिए सात टीमे बनायी गयी थी इन टीमों के लगभग 150 लोग काम करते थे। वह अपनी टीमों के माध्यम से रूपया जमा करते थे, जिसका उनको लगभग 15 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था।
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प्रवक्ता ने बताया कि अभय कुशवाह व राशिद नसीम की कम्पनियों पर जब सैकडों मुकदमें पंजीकृत हो गये तो दोनों फरार हो गये इसके बाद इस ठक ने कम समय में रूपये दोगुना करने का लालच देकर वह लोंगों से धन निवेश कराने लगा, इसके बाद मुकेश सिंह भी गिरफ्तार हो गया और इसपर भी कई मुकदमे पंजीकृत हो गये जिस कारण वह कानपुर,दिल्ली व मनाली में छिपकर रह रहा था और क्रिप्टो करेन्सी का काम कर रहा था, इसी में कस्टमर से मीटिंग के लिए लखनऊ आया था और पकड लिया। राशिद नसीम वर्तमान में दुबई में, अभय कुशवाह व कम्पनी के अन्य डायरेक्टर इस समय पुलिस से बचने के लिए देश के अलग अलग राज्यों मे छिपकर रह रहे हैं।
उन्हेंने बताया कि इस गिरोहों का जाल दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश आदि राज्यों मे फैला हुआ है। गिरफ्तार आरोपी की अन्य अपराधिक गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है। बैंक का एकाउन्ट
डिटेल प्राप्त करके कुल धोखाधड़ी के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी यह गिरोह के लोग लगभग 500 करोड रूपये की ठगी कर चुके है। अन्य वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।
गिरफ्तार ठग को थाना विभूतिखण्ड में दाखिल करा दिया गया है। पुलिस ने आज अदालत में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया।