राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने आज कहा कि पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव खुद राजद से आउट हो चुके हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की क्या जरूरत है ।
श्री तिवारी ने हाजीपुर के राजद कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, “तेजप्रताप पार्टी में हैं कहां। वह तो खुद ही पार्टी से आउट हो चुके हैं और अपना एक नया संगठन खड़ा कर लिया है। राजद नेतृत्व ने तेजप्रताप को लालटेन का प्रयोग करने से भी मना कर दिया है। उनके खिलाफ अब किसी तरह की अनुशासनिक कार्रवाई की क्या जरूरत है।”
गौरतलब है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने अपना एक संगठन छात्र जन परिषद बनाया है, जिसका पहले निशान हाथ में लालटेन था लेकिन बाद में उन्होंने इसे बदल कर बांसुरी रख लिया है। हालांकि वह इसे एक अलग राजनीतिक दल नहीं बल्कि राजद को मजबूती देने वाला संगठन बताते हैं। दरअसल तेजप्रताप यादव राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लेकर लगातार हमलावर रहे हैं। वह उन्हें हिटलर तक कह चुके हैं।
श्री तेजप्रताप यादव की नाराजगी उस समय और बढ़ गई जब अगस्त में उनके करीबी आकाश यादव को श्री जगदानंद सिंह ने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया । इसके बाद ही श्री तेज प्रताप यादव ने अपना एक अलग संगठन बनाया और हाल में इसी संगठन के प्रशिक्षण शिविर के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को दिल्ली में बंधक बनाकर रखा गया है । उनका इशारा अपने छोटे भाई और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव तथा बड़ी बहन और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती की ओर था । इस बयान के बाद से ही उनके खिलाफ दबी जुबान से पार्टी के कई वरिष्ठ नेता कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। श्री शिवानंद तिवारी से इसी मामले को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया था ।
श्री तिवारी ने कहा कि उनके बयान को बेवजह इतना तूल दिया जा रहा है। उन्हें मीडिया के काम करने के तरीके पर अफसोस है । उन्होंने कहा कि अभी राष्ट्रीय मीडिया के लिए लखीमपुर खीरी जैसा मामला महत्वपूर्ण नहीं लग रहा है । उसके लिए तेजप्रताप की खबर ज्यादा महत्वपूर्ण है ।
राजद नेता ने कहा कि हाजीपुर के प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने जो महत्वपूर्ण बातें कहीं वह पीछे चली गई और पत्रकारों ने उनके कुछ वाक्यों को पकड़ लिया।वही अभी राष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियां बनी हुई है । उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बातें कही थी लेकिन मीडिया ने उसे तरजीह नहीं दी ।
श्री तिवारी ने हाजीपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि श्री कुमार को गांधी जी और लोहिया का नाम लेने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि कई मुद्दों पर श्री कुमार ने चुप्पी साधे रखी है। उन्होंने कुशेश्वरस्थान और तारापुर में कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने पर कहा कि बिहार में क्षेत्रीय पार्टी मजबूत है। ऐसे में कांग्रेस को अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास को सूचना दिए जाने के बाद भी कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारा है । इससे बुरा असर पड़ेगा, लेकिन इसके बावजूद राजद उम्मीदवारों की जीत होगी।