नई दिल्ली। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बन रहे दबाव के क्षेत्र के चलते आगामी दो दिनों में देश के मध्य और तटवर्ती भागों में भारी बारिश हो सकती है। ये जानकारी मौसम विभाग ने दी है। इस बीच, दक्षिण-पश्चिम मानसून के चलते गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी आने वाले दो दिनों में बारिश हो सकती है। पहला चक्रवाती दबाव अंडमान के नजदीक उत्तर में बन रहा है। वहां से ये पश्चिम-उत्तर की ओर बढ़ रहा है। इसके आंध्र प्रदेश के तट पर तीन-चार दिनों में पहुंचने की आशंका है। इसके चलते तटवर्ती इलाकों में सामान्य बारिश और तेज हवा चल सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 12 से 14 अक्टूबर के दौरान केरल और माहे में भारी बारिश होने की संभावना है। चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी अंडमान सागर और पड़ोस के ऊपर स्थित है और मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 36 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है और फिर इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।
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इस चक्रवाती संचरण की वजह से अगले 4-5 दिनों के दौरान दक्षिण ओडिशा-उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों की ओर छिटपुट गरज के साथ कई स्थानों पर हल्की बारिश होगी और हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे तक रहेगी।
अगले 5 दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही गुजरात, छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की और वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार के अधिकांश भाग में अगले 2 दिनों के दौरान और महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है।
IMD ने केरल के 6 जिलों के लिए 12, 13 और 14 अक्टूबर को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए आरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं कुछ जिलों में तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. तमिलनाडु में भी चेन्नई उपनगरों में भारी बारिश के बाद बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।