प्रतापगढ़। लालगंज कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार को परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से बेटे का शव रखकर लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। परिजन आर्थिक सहायता और शस्त्र लाइसेंस की मांग पर अड़े हुए थे। उप जिलाधिकारी लाललगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह के समझाने पर लगभग पांच घंटे बाद परिजन शांत हुए और शव के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गये।
लालगंज कोतवाली के सगरा सुंदरपुर बाजार के किराना व्यापारी मदनलाल केसरवानी के मृतक बेटे अंशू का शव मंगलवार की सुबह घर पहुंचा। मृतक के परिजन पचास लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, शस्त्र लाइसेंस सहित पांच सूत्रीय मांग कर रहे थे।
अपनी मांग को पूरा करने के लिए परिजनों ने हाइवे को जाम कर दिया। इस दौरान वाहनों का भीषण जाम लग गया। कड़ी मशक्कत के बाद जिला प्रशासन के मान-मनोव्व्ल पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गये।
परिजनों का आरोप है कि शनिवार की शाम सगरा सुंदरपुर बाजार से लापता अंशू का शव सोमवार को लालगंज के पास एक कमरे के अंदर पाया गया था।
आरोप है कि अंशू की उसके दोस्तों ने उसी कमरे के अंदर गला काटकर हत्याकर शव को वहीं छिपा दिया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।