लखनऊ। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) इस समय नगरों की सफाई पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इसके लिए कर्मचारियों के खिलाफ आक्रोश नहीं, बल्कि उनको प्रोत्साहित करके उनसे काम लेने की पद्धति पर चल रहे हैं। हर दिन प्रदेश के विभिन्न नगर निकायों के सफाई कर्मचारियों का सोशल मीडिया पर फोटो डालकर उनका आभार जताते हैं। इसी तरह वे विद्युत विभाग में भी कार्रवाई कम, उत्साहित करने का काम ज्यादा करते हैं।
इसी कड़ी में आज शनिवार को भी सुबह ही उन्होंने माता मंदिर मालवीयबाग, वाराणसी, सहारनपुर, शामली, बरेली, अमरोहा की फोटो डाली। इसके साथ उन्होंने लिखा, ‘नगरीय क्षेत्रों में मुख्य मार्गों से लेकर गली-कूचों, नाले-नालियों की सफाई का कार्य चालू है। नगर सेवा पखवाड़ा के दरम्यान इस पर विशेष ध्यान रहे, यह प्रार्थनीय है। सफाई कर्मियों का आभार।
नगरीय क्षेत्रों में मुख्य मार्गों से लेकर गली-कूचों, नाले-नालियों की सफ़ाई का कार्य अविरत चालू है। #नगर_सेवा_पखवाड़ा
के दरम्यान इस पर विशेष ध्यान रहे यह प्रार्थनीय है।सफ़ाई कर्मियों का आभार।#GoodGovernance #HumaraUP @narendramodi @JPNadda @myogiadityanath @Bhupendraupbjp pic.twitter.com/HSzdtqyVDl
— A K Sharma (@aksharmaBharat) November 5, 2022
यह आभार जताने की प्रक्रिया प्रतिदिन चलती है। हर दिन उनके कार्यालय में प्रदेश के सभी नगर निकायों से जियो टैग फोटो अधिकतम सुबह सात बजे तक आ जाती हैं। उसमें से देखा जाता है कि कौन अच्छी सफाई की फोटो है। उसमें से कुछ फोटो को निकालकर उसको मंत्री एके शर्मा अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर सफाई कर्मचारियों का आभार जताते हैं।
इस संबंध में एके शर्मा (AK Sharma) का कहना है कि सिर्फ दंड देने से काम नहीं चल सकता। यदि लापरवाह कर्मचारियों को दंड दिया जा रहा है तो बेहतर काम करने वालों को भी विशेष रूप से आभार जताना चाहिए। उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए मौके पर जाकर उनका उत्साहवर्धन करना जरूरी है। इससे लापरवाह कर्मियों में भी काम करने के प्रति प्रोत्साहन मिलेगा और वे भी अपने कामों को मन लगाकर करेंगे। यही कारण है कि मैं सोशल मीडिया के माध्यम से ही नहीं, मौके पर भी खुद जाकर सफाई कर्मियों को प्रोत्साहित करता हूं।
यही स्थिति बिजली विभाग में भी है। जब भी कोई अच्छा काम दिखता है तो ऊर्जा मंत्री उसे ट्वीटर पर साझा करते हुए कर्मचारियों व अधिकारियों का आभार जताना नहीं भूलते हैं। कई बार तो वे उपभोक्ताओं से सीधे बात कर उनकी समस्याओं को जानने और उसका निदान कराने के लिए बोलते हैं। इसके साथ ही काम होने के बाद अधिकारियों का आभार भी जताते हैं।