नई दिल्ली। भारत-चीन (India-China dispute) के बीच उपजे तनाव के मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) ने पीएम मोदी (PM Modi) से सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा है कि चीन सीमा पर स्थिति में एकतरफा बदलाव का प्रयास जारी रखे हुए है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे पर देश को विश्वास में क्यों नहीं ले रहे?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को एक बयान जारी कर पीएम मोदी से सवाल पूछा कि देश जानना चाहता है कि 20 जून, 2020 को आपने ऐसा क्यों कहा कि पूर्वी लद्दाख के भारतीय क्षेत्र में चीन की ओर से कोई घुसपैठ नहीं हुई है?। उन्होंने कहा कि आपने चीनियों द्वारा हमारे सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में ऐसे हजारों वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में गश्त करने से रोकने की अनुमति क्यों दी, जहां हम मई 2020 से पहले नियमित रूप से गश्त कर रहे थे?
रमेश ने कहा कि सरकार बताए कि 17 जुलाई 2013 को कैबिनेट द्वारा स्वीकृत माउंटेन स्ट्राइक कोर की स्थापना की योजना को ठंडे बस्ते में क्यों डाल दिया?, चीनी कंपनियों को पीएम केयर्स फंड में अंशदान की अनुमति क्यों दी?, पिछले दो वर्षों में चीन से आयात को रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ने क्यों दिया?
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इस बात पर जोर क्यों दे रही है कि सीमा की स्थिति और चीन की ओर से हमारे समक्ष आने वाली चुनौतियों पर संसद में बहस न हो?,
रमेश ने कहा कि पीएम मोदी ने चीनी नेतृत्व से अभूतपूर्व रूप से मुलाकात की और हाल ही में बाली में शी जिनपिंग से हाथ मिलाया। इसके तुरंत बाद चीन ने तवांग में घुसपैठ शुरू कर दी और उसकी तरफ से सीमा की स्थिति में एकतरफा बदलाव का प्रयास करना जारी है। इस मुद्दे पर देश को विश्वास में क्यों नहीं ले रहे?
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कल के बयान पर आज भाजपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। इसी पर कांग्रेस ने यह बयान जारी किया है।