टोक्यो। अमेरिका में आये बर्फीले तूफान (Snow Storm) ने सब कुछ अस्त व्यस्त कर रख दिया है। जानकारों का कहना है कि ये बर्फीला तूफान आर्कटिक डीप फ्रीज (Arctic Deep Freeze) की वजह से आया है। कहर बरपाने वाले इस तूफान की वजह से अब तक 60 से ज्यादा लोगों के मरने की खबर है। पूरे अमेरिका में बीते सोमवार को 3800 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं। यही नहीं, बिगड़ते हालातों को देखते हुए 70 फीसदी तक उड़ानें रद्द हो रही हैं। तो वहीं बफेलो में भी सभी तरह की परिवहन सुविधाएं प्रभावित रहीं। यहां ट्रेनें और हवाई यात्रा को रद्द करना पड़ा। यहां तक कि भीषण बर्फबारी के चलते सड़क रास्ते भी बंद कर दिए गये हैं।
बफेलो समेत उन इलाकों में ड्राइविंग बैन लागू है जहां बर्फ ने अपना सितम ढा रखा है। अमेरिका में चारों तरफ जमी बर्फ की मोटी चादर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इसी कड़ी में अमेरिका के टेनेसी में सोमवार को एक झरना की तस्वीरें भी सामने आईं जो कि सर्दी और मौसम के बर्फीले अटैक में 90 फीसदी से ज्यादा जम गया। वाटर फॉल को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में टेलिको प्लेन्स में बाल्ड रिवर फॉल्स को बड़े पैमाने पर बर्फ से ढका देखा जा सकता है।
गाड़ियों में मिलीं फ्रोजन लाशेंअमेरिका में प्रकृति के इस कहर में चारों तरफ कोहराम मचा हुआ है। भयानक सर्दी से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हर तरफ बर्फ की मोटी चादर ने जीवन थाम दिया है। ऐसे में एक तरफ जहां लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ बर्फ से ढकी गाड़ियों में फ्रोजन शव मिल रहे हैं। तूफान के कहर का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि कार और घरों से लोगों के शव बाहर निकाले जा रहे हैं।
1983 के बाद 25 दिसंबर को रहा सबसे कम तापमान
उत्तर भारत इन दिनों कड़ाके की ठंड से जकड़ा हुआ है। लेकिन भारत ही नहीं अमेरिका और जापान में भी बर्फीले तूफान का कहर जारी है। अमेरिका में अधिकांश हिस्सों में भारी बर्फबारी हो रही है। इसके साथ ही तेज हवाओं के चलते लोगों को भीषण ठंड का सामना करना पड़ रहा है। नेशनल वेदर सर्विस के मुताबिक, फ्लोरिडा के मियामी, थंपा, ऑरलेंडो और वेस्ट पाल्म बीच में 25 दिसंबर को 1983 के बाद सबसे कम तापमान रहा।