पूर्णिमा तिथि का हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह दिन भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा को समर्पित है। पूर्णिमा तिथि हर महीने आती है और इस दिन कई तरह के धार्मिक कार्य किए जाते हैं। इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा (Jyeshtha Purnima) 22 जून 2024 को मनाई जाएगी। आइए, जानते हैं कि इस दिन किस तरह भगवान सत्यनारायण (Satyanarayan) की पूजा करनी चाहिए और इसके लिए शुभ मुहूर्त क्या है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा (Jyeshtha Purnima) तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि 21 जून 2024 को सुबह 06:01 बजे शुरू होगी। यह तिथि अगले दिन 22 जून 2024 को सुबह 05:07 बजे समाप्त होगी। इस तरह ज्येष्ठ पूर्णिमा 22 जून, शुक्रवार को मनाई जाएगी। वहीं, व्रत 21 जून को रखा जाएगा।
भगवान सत्यनारायण (Satyanarayan) पूजा विधि
– इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
– इसके बाद एक वेदी पर भगवान विष्णु, भगवान सत्यनारायण (Satyanarayan) और देवी लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें।
– फिर उनका पंचामृत से अभिषेक करें।
– भगवान को गोपी चंदन और हल्दी का तिलक लगाएं।
– भगवान को पीले वस्त्र और फूल माला अर्पित करें।
– भगवान के सामने घी का दीपक जलाएं और तुलसी के पत्ते चढ़ाएं।
– इस दिन पंचामृत और पंजीरी का भोग जरूर लगाएं।
– पूजा के दौरान भगवान सत्यनारायण (Satyanarayan) की कथा पढ़ें।
– अंत में भगवान सत्यनारायण (Satyanarayan) की आरती के साथ पूजा का समापन करें।
– व्रत करने वाले को तामसिक चीजों से दूर रहना चाहिए।