प्रयागराज। संगमनगरी में महाकुंभ-2025 (MahaKumbh) की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखने और प्रशासनिक कार्यों को बेहतर तरीके से संचालित करने के उद्देश्य से योगी सरकार ने रविवार को एक अस्थायी जिले का गठन कर दिया। इसका नाम रखा गया है- महाकुंभ मेला (MahaKumbh Mela) । इस नए जिले को चार तहसील क्षेत्रों के 67 गांवों को जोड़कर बनाया गया है। इस अस्थायी जिले में प्रशासन वैसे ही काम करेगा, जैसे सामान्य जिलों में करता है। कानून-व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए नए जिले में अस्थायी रूप से पुलिस थाने और चौकियां बनाई जाएंगी।
प्रयागराज में महाकुंभ मेला रविवार को नया अस्थायी जिला घोषित किया गया। इसे चार महीनों के लिए ही बनाया गया है यानी महाकुंभ (Mahakumbh) की तैयारियों से लेकर मेले के सकुशल समापन तक ही ये जिला रहेगा, उसके बाद इसका वर्चस्व स्वत: ही समाप्त हो जाएगा। प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने इस अस्थायी जिले के लिए अधिसूचना जारी करते हुए बताया कि ये संपूर्ण जिला की ही तरह कार्य करेगा। इसमें डीएम, एसएसपी समेत सभी विभागों के पद सृजित किए गए हैं।
डीएम द्वारा जारी अधिसूचना में क्या-क्या निर्देश हैं?
प्रयागराज डीएम ने अधिसूचना में निर्देश दिए हैं कि महाकुंभ (Mahakumbh)नगर के जिला कलेक्टर को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 व अन्य सुसंगत धाराओं के अंतर्गत एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, जिलाधिकारी व अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट तथा उक्त संहिता के अधीन संप्रति (इन फोर्स) किसी अन्य कानून के अंतर्गत जिला मजिस्ट्रेट के सभी अधिकार प्राप्त हैं।
महाकुम्भ के दौरान न करें ये काम, बन सकते हैं पाप के भागीदार
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006, उत्तर प्रदेश राजस्व सहंति संशोधन अधिनियम 2016 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कलेक्टर के सभी अधिकारों का उपयोग करने और कलेक्टर के समस्त कार्य करने के अधिकार दे दिए गए हैं।
4 तहसीलों के 67 गांव नए जिले में शामिल
महाकुंभ (Mahakumbh)मेला जनपद में प्रयागराज के तहसील सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना को शामिल किया गया है। महाकुंभ मेला जनपद में पूरे परेड क्षेत्र और इन 4 तहसीलों के 67 गांवों को जोड़ा गया है। अधिसूचना के मुताबिक तहसील सदर के 25 गांव, तहसील सोरांव के तीन गांव, तहसील फूलपुर के 20 गांव और करछना तहसील के 19 गांव शामिल किए गए हैं।