बेंगलुरु। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ-2025 (Maha Kumbh) को भारतीय संस्कृति और एकता का वैश्विक प्रतीक बनाने के लिए कमर कस ली है। इसी कड़ी में शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित भव्य रोड शो के माध्यम से वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कुमार कश्यप ने कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और जनता को महाकुंभ का न्योता दिया। उन्होंने महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक चेतना का सबसे बड़ा पर्व बताते हुए इसे दिव्य, भव्य और डिजिटल बनाने की प्रतिबद्धता जताई।
इस दौरान पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मंत्रियों ने कहा कि महाकुंभ (Maha Kumbh) के आयोजन में 45 करोड़ श्रद्धालुओं, साधु-संतों और पर्यटकों के आगमन की संभावना है। इसे स्वच्छ, हरित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है और तीन लाख पौधों का रोपण किया गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं में 100-बेड का अस्पताल, आईसीयू और विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जा रही है।
10 दिन में सजकर तैयार हो जाएगी कुम्भनगरी
डिजिटल महाकुंभ (Digital Maha Kumbh) के तहत आरएफआईडी रिस्टबैंड, जीपीएस ट्रैकिंग, स्मार्ट पार्किंग और एआई चैटबॉट जैसी तकनीकें लागू की जाएंगी। 44 घाटों पर पुष्प वर्षा, 15.25 किमी लंबे रिवर फ्रंट का निर्माण और सीसीटीवी आधारित भीड़ प्रबंधन जैसी व्यवस्थाएं मेले को ऐतिहासिक बनाएंगी।
मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना का उत्सव होगा। उन्होंने इसे भारतवर्ष की विविधता में एकता का जयघोष बताया।