इन दिनों शादी का सीजन है। दुल्हन से लेकर बाराती तक हर कोई चमकदार त्वचा के साथ सबसे सुंदर दिखना चाहता है। बेदाग त्वचा के साथ बेहतरीन लुक पाने में मेकअप (Makeup) हमारी मदद करता है। इसलिए मेकअप अब हमारी दिनचर्या का एक अहम हिस्सा हो गया है। तभी तो पुरुष भी अपनी शक्ल-सूरत निखारने के लिए कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल करने लगे हैं। चाहे किसी खास अवसर पर मेकअप लगाया जाए या रोज, लंबे समय तक इसे लगाए रखने से त्वचा पर नकारात्मक असर पड़ने लगता है। यह जानना जरूरी है कि बिना किसी नुकसान के मेकअप को कितनी देर तक सुरक्षित रूप से लगाए रखा जा सकता है। मेकअप लगाना जितना जरूरी है, उसे सही तरीके से हटाना तो उससे भी ज्यादा जरूरी है। ऐसा करने से त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहती है।
कितनी देर तक लगाना चाहिए मेकअप (Makeup)?
यह बात आम है कि मेकअप (Makeup) लगाकर कभी भी सोना नहीं चाहिए, क्योंकि यह त्वचा पर असर दिखाना शुरू कर देता है। लंबे समय तक मेकअप लगाए रखने से उत्पाद त्वचा में जमा हो जाते हैं और समस्या पैदा कर देते हैं। दूसरी ओर, यदि किसी व्यक्ति की त्वचा संवेदनशील है, तो कोई भी ब्यूटी प्रोडक्ट नकारात्मक रूप से उसकी त्वचा को प्रभावित कर सकता है। आमतौर पर दिन में अधिकतम 10-12 घंटे तक ही मेकअप लगाए रखने की सलाह दी जाती है। मेकअप त्वचा पर एक सुरक्षात्मक परत बनाता है, लेकिन यह इसके प्राकृतिक तेल संतुलन को भी बिगाड़ सकता है।
मेकअप (Makeup) लगाने से होने वाली त्वचा की समस्याओं से बचने के लिए स्किन केयर रुटीन अपनाना और त्वचा को डिटॉक्स करना जरूरी हो जाता है। इसमें डबल क्र्लींंजग, एक्सफॉलिएशन, हाइड्रेशन और उपयोगी सीरम का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, नियासिनमाइड या हाइलूरोनिक एसिड भी शामिल होना चाहिए। अगर आप मेकअप नहीं भी लगाती हैं, फिर भी त्वचा को हर दिन साफ करना चाहिए। इससे त्वचा पर दिन भर जमने वाली गंदगी, तेल और दूसरे प्रदूषक नहीं रह पाते हैं।
मेकअप (Makeup) त्वचा को किस तरह करता है प्रभावित
मेकअप (Makeup) को सही तरीके से हटाया नहीं जाता है, तो यह त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर देता है। यह स्किन के नेचुरल बैरियर को बाधित कर देता है। मुहांसे और समय से पहले बुढ़ापे का जोखिम बढ़ जाता है। मेकअप के अवशेष त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं। इससे त्वचा का लाल हो जाना, सूखापन और त्वचा संबंधी अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
मेकअप के अवशेषों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से त्वचा का रंग खराब हो सकता है और हाइपरपिग्मेंटेशन की समस्या हो सकती है। यह स्किन केयर उत्पादों के त्वचा में अवशोषण में भी बाधा डाल सकता है।