• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

राम मंदिर के एंट्री गेट पर लाखों जूते-चप्पल का लगा अंबार, जानें पूरा मामला

Writer D by Writer D
03/03/2025
in उत्तर प्रदेश, अयोध्या, धर्म
0
Ram Mandir

Ram Mandir

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

अयोध्या। भगवान राम के दर्शन करने के लिए पिछले डेढ़ महीने से भीड़ उमड़ने के कारण नगर निगम अधिकारियों को एक अनोखी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। क्राउड़ मैनेजमेंट के कारण यहां कुछ नियम बदले गए हैं। इस वजह से बहुत से श्रद्धालु अपने जमा जूते चप्पलों को लेने नहीं आ रहे। अब इन्हें हटाना प्रशासन के लिए एक चुनौती है। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, मंदिर (Ram Mandir) के प्रवेश द्वार पर प्रतिदिन लाखों जूते-चप्पल जमा हो रहे हैं, जिन्हें जेसीबी मशीनों से इकट्ठा कर ट्रॉलियों में लादकर 4-5 किलोमीटर दूर एक स्थान पर डंप किया जा रहा है।

एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक मंदिर (Ram Mandir) के मुख्य प्रवेश द्वार (गेट नंबर 1), जो कि राम पथ पर स्थित है, वहां भक्तों से उनके जूते-चप्पल जमा करने के लिए कहा जाता है। मंदिर परिसर में लगभग आधा किलोमीटर का चक्कर लगाने के बाद श्रद्धालु उसी गेट पर लौटकर अपने जूते-चप्पल प्राप्त कर सकते हैं।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अयोध्या प्रशासन ने भक्तों को गेट नंबर 3 और अन्य गेटों से बाहर निकलने के निर्देश दिए हैं। इससे अपने जूते-चप्पल लेने के लिए उन्हें 5-6 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। इस कारण कई श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल वहीं छोड़कर नंगे पांव ही चले जाते हैं।

रामलला वीआईपी दर्शन के नाम पर धन उगाही, राम मंदिर के बाहर तीन दलाल धरे गए

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ के कारण भक्तों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले 30 दिनों में व्यवस्थाओं में बदलाव किए गए हैं, ताकि अप्रत्याशित रूप से उमड़ी भक्तों की भीड़ को बिना किसी अव्यवस्था के आसानी से दर्शन करने की सुविधा मिल सके।

उन्होंने बताया, मंदिर (Ram Mandir) परिसर का गेट नंबर 3 खोला गया है। मंदिर के दर्शन के बाद, भक्तों को इस गेट से बाहर जाने का मार्ग दिया जा रहा है। दर्शन के बाद, श्रद्धालु श्रीराम अस्पताल से होते हुए आगे बढ़ते हैं। चूंकि राम पथ पर एकतरफा मार्ग है, इसलिए भक्तों को अपने जूते-चप्पल लेने के लिए 5-6 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है।

Tags: ayodhya newsram mandirup news
Previous Post

घर पर करे बालों को स्ट्रेट, ले इन Hair Mask की मदद

Next Post

भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण की सुरक्षा जरूरी: पीएम मोदी

Writer D

Writer D

Related Posts

'I love Yogi Adityanath' posters put up in Lucknow
Main Slider

‘आई लव मोहम्मद’ के जवाब में लखनऊ में लगे ‘आई लव योगी आदित्यनाथ’ के पोस्टर

27/09/2025
UP Singh
उत्तर प्रदेश

एमपी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष, पूर्व कुलपति प्रो यूपी सिंह का निधन; सीएम योगी ने जताया शोक

27/09/2025
CM Yogi
Main Slider

मौलाना भूल गया था कि यूपी में सरकार किसकी है… बरेली बवाल पर बोले योगी आदित्यनाथ

27/09/2025
Tauqeer Raza
उत्तर प्रदेश

मोहम्मद के नाम पर मरना कबूल… बवाल के बाद मौलाना तौकीर रजा ने दिया बड़ा बयान

27/09/2025
Deepak's killer Zubair Qureshi killed in encounterDeepak's killer Zubair Qureshi killed in encounter
उत्तर प्रदेश

दीपक हत्याकांड में एसटीएफ़ का एक्शन, एक लाख का इनामी पशु तस्कर एनकाउंटर में ढेर

27/09/2025
Next Post
PM Modi

भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण की सुरक्षा जरूरी: पीएम मोदी

यह भी पढ़ें

tea

यूस्ड टी बैग को फेंकने की बजाय यूं लें काम में

13/01/2023

कमजोर पड़ रहा है पंजशीर हौसला, बमबारी के बाद दूसरी जगह शिफ्ट हुए सालेह

06/09/2021
Bomb threat to Hyderabad airport

हैदराबाद एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, मौके पर पहुंचा बम निरोधक दस्ता

18/06/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version