हिंदू धर्म में पंचक (Panchak) का समय विशेष महत्व रखता है, जिसे शुभ या मांगलिक कार्यों के लिए उचित नहीं माना जाता है। पंचक वह अवधि है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में प्रवेश करता है। मई 2025 में पंचक की शुरुआत 20 मई से हो गई है। पंचक में कई शुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है, लेकिन इस दौरान काले तिल का इस्तेमाल करना शुभता बनाए रखने के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
पंचक (Panchak) हर महीने में लगभग 5 दिनों तक रहता है। पंचक के दौरान कुछ कार्य वर्जित माने जाते हैं। हालांकि, तिल के कुछ उपाय करने से पंचक के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि मई महीने के पंचक के दौरान काले तिल से कौन से उपाय करने चाहिए।
पंचक (Panchak) के दौरान काले तिल का महत्व
पंचक के दौरान काले तिल को विशेष उपयोगी माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि काले तिल के उपायों को करने से पंचक के दोषों शांत रहते हैं और जीवन में शुभता का आगमन होता है। पंचक में काले तिल का इस्तेमाल करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-समृद्धि आती है।
पंचक (Panchak) में काले तिल के उपाय
काले तिल का दान:- ऐसा माना जाता है कि पंचक के पहले दिन किसी जरूरतमंद को काले तिल का दान करने से ग्रह दोष का प्रभाव कम होता है।
काले तिल से अभिषेक:– पंचक के दौरान भगवान शिव का काले तिल और जल से अभिषेक करें। मान्यता है कि भगवान शिव का आशीर्वाद मिलती है और पंचक का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।
काले तिल से हवन:- पंचक के दौरान हवन में काले तिल का आहुति देना बहुत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
bपंचक में काले तिल को लाल कपड़े में बांधकर ताबीज के रूप में धारण करें। इसके अलावा, आप इसे घर के मुख्य द्वार पर भी बांध सकते हैं।
काले तिल का उपाय:- अगर पंचक में यात्रा करनी जरूरी हो, तो यात्रा शुरू करने से पहले काले तिल का सेवन करें या उसे अपने साथ रखें। मान्यता है कि इससे यात्रा में विपत्तियों का सामना नहीं करना पड़ता है।
हनुमान जी की पूजा:– पंचक में हनुमान जी की पूजा अत्यंत शुभ मानी गई है। पंचक के मंगलवार या शनिवार को हनुमान मंदिर में काले तिल चढ़ाना शुभ फल देता है।