हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। वहीं सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) को बहुत ही खास माना जाता है। यह तिथि भगवान शिव प्रसन्न करने के लिए अच्छी मानी जाती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने करने के साथ पितरों के लिए श्राद्ध और पिंडदान करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं। जेष्ठ अमावस्या पर शनि जयंती भी मनाई जाती है। वहीं इस बार की अमावस्या के सोमवार के दिन होना बेहद शुभ संयोग माना जाता है। ऐसे में इस शुभ अवसर पर कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति को जीवन में बेहिसाब खुशियों के साथ धन लाभ के योग बनते हैं।
जेष्ठ सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि की शुरुआत 26 मई को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट होगी। वहीं तिथि का समापन 27 मई को सुबह 8 बजकर 31 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, इस बार जेष्ठ अमावस्या 26 मई को है।
सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) पर करें ये उपाय
>> पारिवारिक जीवन में सुख शांति के लिए सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) के दिन शिव परिवार की पूजा करनी चाहिए। इस उपाय को करने से आपके बिगड़े काम भी बनने लगते हैं।
>> पितृ दोष से मुक्ति के लिए सोमवती अमावस्या के दिन काले तिलों का दान करना चाहिए। इस उपाय से आपको पितरों की कृपा तो प्राप्त होती है, साथ ही करियर के क्षेत्र में भी बरकत आती है।
>> इस दिन शिव भगवान को प्रसन्न करने के लिए सोमवती अमावस्या को गंगाजल और बिल्वपत्र शिवलिंग पर अर्पित करने चाहिए। इस उपाय को करने से धन धान्य से जुड़ी परेशानियों से आपको मुक्ति मिलती है।
सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) के दिन पीपल के पेड़ की जड़ में जल अर्पित करना चाहिए। पीपल के वृक्ष में त्रिदेवों का निवास माना जाता है। पीपल की जड़ में पानी डालने से ब्रह्मा, विष्णु, महेश तो प्रसन्न होते ही हैं साथ ही पितरों का आशीर्वाद भी आपको प्राप्त होता है। ये उपाय आपके समस्त दुखों को दूर कर सकता है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि और धन-धान्य की प्राप्ति की प्राप्ति होती है।