यूपी में मौसम मंगलवार सुबह एक बार फिर करवट ली है। जहां लखीमपुर खीरी में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश (Rain) हुई। तो वहीं लखनऊ में भी सुबह से ही बादलों की आवाजाही जारी रही औ मौसम सुहावना बना रहा। वहीं, आगरा और कानपुर समेत कई जिलों में बादल छाए हुए हैं और तेज हवाएं चल रही हैं।
मौसम विभाग ने 34 जिलों में बारिश (Rain) का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पाकिस्तान में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से यह बदलाव देखने को मिल रहा है। यह सिस्टम राजस्थान होते हुए यूपी में पहुंच रहा है।
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि इस साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण पश्चिमी यूपी में तेज हवाओं और बारिश का असर दिखेगा।इसका असर धीरे-धीरे पूर्वांचल तक पहुंचेगा। मंगलवार को पूरे यूपी में बारिश की संभावना है। इसके साथ ही अगले 3 दिनों तक यही मौसम बना रहेगा। बारिश से तापमान में 4 डिग्री तक गिरावट आने का अनुमान है।
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लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल सिंह ने बताया कि प्रदेश में सोमवार से ही छिटपुट बारिश (Rain) शुरू हो गई थी। खासकर तराई के इलाकों में बारिश से तापमान में दो से चार डिग्री की गिरावट आई है। मंगलवार को पूरे प्रदेश में बादलों की आवाजाही और बारिश के आसार बने हुए हैं। हालांकि, 6 जून से एक बार फिर गर्मी बढ़ने लगेगी और तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
इस बीच, केरल में मानसून इस बार 24 मई को ही पहुंच गया था, जो सामान्य तारीख से 8 दिन पहले है। मौसम विभाग ने पहले अनुमान जताया था कि यूपी में मानसून 15 से 16 जून के बीच पहुंच सकता है, लेकिन अब इसके पहुंचने में 7 से 10 दिन की देरी हो सकती है। माना जा रहा है कि जून के आखिरी सप्ताह में ही मानसून यूपी पहुंचेगा।
गौरतलब है कि मानसून का असर यूपी में काफी महत्वपूर्ण होता है। राज्य के किसान इसके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ताकि खरीफ फसलों की बुआई सही समय पर शुरू हो सके। मानसून देरी से आने पर खेतों की सिंचाई और फसल उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है। लेकिन इस बीच बारिश और तेज हवाओं से आम लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।