केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन (Siddique Kappan) UAPA मामले में जमानत पर बाहर है। इस दौरान कोच्चि पुलिस ने शनिवार को पत्रकार सिद्दीक कप्पन और उनके साथ 10 लोगों को और गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें और अन्य लोगों को गैरकानूनी सभा, सार्वजनिक रास्ते में बाधा डालने और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में पकड़ा गया। कप्पन और अन्य लोग महाराष्ट्र ATS की ओर से रेजास एम। शीबा सिद्दीक की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। शीबा सिद्दीक पर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर दिए गए उनके बयान की वजह से मामला दर्ज हुआ था।
पुलिस के अनुसार, कप्पन (Siddique Kappan) और अन्य लोगों पर गैरकानूनी सभा, सार्वजनिक रास्ते में बाधा, सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने और पुलिस पर हमला करने के आरोप लगाए गए हैं। यह विरोध प्रदर्शन रेजास सॉलिडैरिटी फोरम की ओर से आयोजित किया गया था और कप्पन ने हाई कोर्ट जंक्शन के पास सभा को संबोधित किया। गिरफ्तार लोगों में अधिवक्ता प्रमोद पुज़्हंकरा, सी.पी. राशीद, साजिद खालिद, डॉ. हरी, भबुराज भगवती, अंबिका और मृदुला भवानी भी शामिल हैं।
पुलिस ने कहा कि लगभग 30 लोगों की भीड़ ने बिना इजाजत के सार्वजनिक स्थान पर माइक लगाकर रेजास के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे आम लोगों को असुविधा हुई। जब पुलिस ने उन्हें वहां से हटने को कहा तो उन्होंने विरोध किया, जिसके बाद पुलिस ने बलपूर्वक उन्हें वहां से हटाया।
एफआईआर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 189(2), 190 और 285 केरल पुलिस अधिनियम की धाराओं 118(e) और 117(e) के तहत दर्ज की गई। आरोपों में गैरकानूनी सभा, सार्वजनिक रास्ते में बाधा डालना सहित अन्य अपराध शामिल हैं।
सिद्दीक कप्पन (Siddique Kappan) पर UAPA के तहत मामला
सिद्दीक कप्पन (Siddique Kappan) को अक्टूबर 2020 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कप्पन को जब गिरफ्तार किया गया था जब वो हाथरस रेप केस को कवर करने जा रहे थे। उस समय उन पर UAPA की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, फिलहाल वो UAPA मामले में जमानत पर बाहर है।









