दिल्ली से बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0 की शुरुआत कर दी है। इस दौरान उन्होंने कई श्रद्धालुओं को संबोधित किया और पदयात्रा 2।0 पर बात की। उन्होंने इस पदयात्रा का क्या उद्देश्य है और इस पदयात्रा को निकालने से क्या होगा, ये भी बताया। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत में रहने वाला हर व्यक्ति सनातनी है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0 की शुरुआत करते हुए कहा कि ये पूरी पदयात्रा, जो काष्टवाद भारत में है। हम चाहते हैं कि जातियां तो रहें, लेकिन जातियों का अहंकार न रहे। अब ठान लिया और सभी ने मन में मान लिया कि साधु संतों का कमंडल, बागेश्वर धाम का मंडल 16 तारीख तक चलेगा। अब गली-गली में शोर होगा और सनातन का जोर होगा। ये पदयात्रा 80 करोड़ हिंदुओं की है। ये भारत में रहने वाले 150 करोड़ भारतीयों के हित के लिए 150 किलोमीटर की पदयात्रा है। इस देश में रहने वाला हर व्यक्ति सनातनी है, जो सनातनी नहीं है, वह तनातनी है।
वैचारिक क्रांति की यात्रा बताई
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि अगर हिंदू एक नहीं होगा तो भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा। 7 नवंबर एक ऐसा दिन होगा, जब एक वैचारिक क्रांति की यात्रा प्रारंभ हो रही है। ये यात्रा काष्टवाद को शून्य कर राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने की है। उन्होंने कहा कि पदयात्रा से हिंदुओं का डर खत्म होगा और हिंदू एक होगा। इसके साथ ही इस पदयात्रा से पूरी दुनिया को हिंदुओं की ताकत का पता लगेगा।
हमें मुसलमानों से भी कोई दिक्कत नहीं
धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने कहा कि जब फ्रांस, इंग्लैंड के लोग अपने देश को बचाने के लिए सड़कों पर उतर सकते हैं तो हम भारतीयों क्यों नहीं अपने भारत और सनातन को बचाने के लिए सड़कों पर नहीं उतर सकते। ये पदयात्रा तनातनियों के लिए नहीं बल्कि, सनातनियों के लिए है। हम किसी के विरोध में नहीं हैं, हमें मुसलमानों से भी कोई दिक्कत नहीं, ईसाइयों से कोई दिक्कत नहीं, लेकिन अगर वह गजवा-ए-हिंद कहेंगे तो हम भगवा ए हिंद बनाकर रहेंगे।









