हमीरपुर। जिले में पूर्व मंत्री के पैतृक गांव में सर्राफा व्यवसायी के यहां पड़ी डकैती की बड़ी वारदात में फरार एक डकैत को एसटीएफ टीम ने गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से डकैती में लूटी गई धनराशि व अवैध असलहे बरामद किए गए है। इस पर 50 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित था। रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार डकैत को आज जेल भेज दिया है।
हमीरपुर जिले के ललपुरा थाना क्षेत्र के पौथियां गांव में 11 अप्रैल को आधा दर्जन से अधिक डकैतों ने सर्राफा व्यवसायी कमल सोनी पुत्र रामसजीवन सोनी के यहां धावा बोलकर लाखों रुपये कीमत के सोने चांदी के जेवरात और मोबाइल लूटे थे। विरोध करने पर डकैतों ने सर्राफा दम्पति को मारपीट कर घायल कर दिया था। यह गांव पूर्व मंत्री का पैतृक गांव है जहां डकैती की बड़ी वारदात से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया था।
सीओ सदर रवि प्रकाश ने बताया कि इस घटना की छानबीन में नौ बदमाशों के नाम प्रकाश में आए थे। जिनमें पांच मई को पुलिस मुठभेड़ में पांच बदमाश गिरफ्तार किए गए थे। वहीं तीन बदमाश भाग निकले थे। बताया कि फरार तीनों बदमाशों पर 25-25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था। फरार डकैतों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ यूनिट प्रयागराज को लगाया था। 16 मई को एसटीएफ टीम ने मोनू उर्फ अभय को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
सीओ सदर ने बताया कि डकैती की घटना में फरार बच्चू पुराना रामनगर उरई जालौन का रहने वाला है जिसकी गिरफ्तारी के लिए ईनाम की धनराशि पचास हजार रुपये की गई थी। बताया कि एसटीएफ प्रयागराज के इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ माधौगढ़ उरई में छापेमारी कर इस ईनामी डकैत को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई में ललपुरा थाने की भी पुलिस एसटीएफ के साथ रही। इसके कब्जे से अवैध असलहे, बयालीस सौ रुपये की नकदी बरामद की गई है। इसके खिलाफ हमीरपुर, कानपुर देहात उरई जालौन में सात आपराधिक मामले दर्ज है।