कानपुर। बिल्हौर थाना क्षेत्र में अपने भाई के साथ एक युवक खेत की रखवाली कर रहा था। इसी बीच गांव के ही चाचा के मवेशी उसके खेत पर जा घुसे, जिससे दोनों पक्षों में विवाद हो गया। मारपीट की नौबत आ गई और बेटे के साथ चाचा ने युवक की गोली मारकर हत्या (Shot) कर दी। हत्या कर भाग रहे पिता-पुत्र को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। हालत नाजुक होने पर पुलिस ने आरोपियों को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया है।
ढाका पुरवा गांव निवासी दिनेश द्विवेदी ने मंगलवार को बताया कि 30 वर्षीय बेटा शरद द्विवेदी अपने चाचा पप्पू की ममता इलेक्ट्रॉनिक्स में काम करता था। सोमवार की देर शाम वह दुकान से काम करके घर वापस लौटा था। इसी बीच चचेरा भाई प्रवीण वहां आ गया और दोनों आलू के खेत में रखवाली करने चले गए। कुछ ही घंटों बाद गांव में रहने वाले जयंत द्विवेदी के मवेशी हमारे खेत में घुस गए। इसको लेकर शरद ने जयंत से कहा कि चाचा मवेशी हटा लो।
जयंत गांव के रिश्ते में शरद का चाचा लगता है। मवेशी हटाने की बात जयंत को खराब लगी और अपने बेटे हिमांशु के साथ शरद की पिटाई करने लगे। उनके पास असलहा भी था और मामला इतना बढ़ गया कि शरद की गोली मारकर हत्या कर दी। झगड़ा और गोली की आवाज सुन ग्रामीण और परिजन वहां पर पहुंच गये और भाग रहे पिता- पुत्र को पकड़ लिया गया। आक्रोशित लोगों ने दोनों की जमकर पिटाई कर दी और दोनों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। भीड़ की पिटाई से हत्यारोपी पिता-पुत्र की हालत नाजुक हो गई और पुलिस ने इलाज के लिए हैलट अस्पताल में भर्ती कराया है।
डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने मंगलवार को बताया कि ढाका पुरवा में रहने वाले शरद पर गांव के ही दो लोगों ने फायर कर दिया जिससे शरद मौके पर ही गिर गया । उसे आनन-फानन में लोगों ने सीएचसी में भर्ती कराया जहां पर उसकी मौत हो गई है। गांव वालों ने गोली चलाने वाले बाप और बेटे को पकड़ लिया है और जमकर पीटा है जिससे बाप-बेटे गंभीर रूप से घायल हैं। उनका इलाज जिला अस्पताल में हो रहा है। शरद के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।