अयोध्या। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने बुधवार को हनुमानगढ़ी में हनुमंत लला व श्रीराम जन्म भूमि में रामलला का शिव सैनिकों के साथ दर्शन किया। इस दौरान शिवसेना सांसद संजय राउत व महाराष्ट्र सरकार के कई मंत्री व सांसद भी मौजूद रहे।
इससे पूर्व होटल पंचशील में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने साफ कह दिया कि हमारे दौरे को राजनीति से न जोड़ा जाए, लेकिन उनके बयानों से स्पष्ट संकेत मिलता है वह महाराष्ट्र में हिन्दू वोटर को आकर्षित करने के लिए यहां पहुंचे थे।
हिन्दू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे और इस्कॉन मुंबई के संबंधों को याद करते हुए, इस्कॉन रामनगर के दर्शन के निमंत्रण और प्रेम केलिए मैं आभारी हूं। हरे कृष्ण 🙏 @india_iskcon pic.twitter.com/NH1c1bBUmM
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) June 15, 2022
उन्होंने कहा कि 2018 में हमने ये नारा दिया था कि पहले मन्दिर फिर सरकार। उसके बाद ही मन्दिर बनना शुरू हुआ है। साथ ही उन्होंने अयोध्या में महाराष्ट्र सदन के निर्माण की भी मांग की।
आदित्य (Aaditya Thackeray) दोपहर 12 बजे के बाद अयोध्या पहुंचे। वह सबसे पहले रामनगर स्थित इस्कॉन मंदिर में दर्शन पूजन करने पहुंचे। यहां भोजन करने के बाद देवकाली स्थित एक पैलेस में पत्रकारों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या भारत की आस्था से जुड़ी हुई है। 2018 में हमने ये नारा दिया था कि पहले मंदिर फिर सरकार। इसके बाद मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ।
फिलहाल अयोध्या में कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर बनना शुरू हो गया है। यह हिंदुओ की आस्था का प्रतीक है।उन्होंने कहा कि हम हनुमान जी और रामलला से प्रार्थना करेंगे कि हमारे हाथों से लोगों की अच्छी सेवा हो। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम अयोध्या में महाराष्ट्र सदन की जगह के लिए मुख्यमंत्री योगी से भी बात करेंगे। आदित्य (Aaditya Thackeray) ने कहा कि चुनाव में हम जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं।अयोध्या में हम भक्त बनकर आये हैं। यहां के साधु-संतों से भी हमे आशीर्वाद मिला है। राम के साथ अयोध्या के सभी लोगो से हमारा नाता है। हम यहाँ इसलिए दर्शन करने आये है कि हमारे हाथों से अच्छी सेवा हो। उन्होंने ईडी की राहुल से पूछताछ पर कहा कि आज सभी केंद्रीय एजेंसियां प्रचार साहित्य बन गई हैं।
इसके बाद उन्होंने हनुमानगढ़ी में बजरंगबली का आशीर्वाद लिया। रामलला का दर्शन पूजन करने के बाद मां सरयू की सायंकालीन आरती करेंगे।